मुंबई: रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले चार पैसे की गिरावट के साथ 83.36 पर पहुंच गया. वैश्विक बाजारों में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और घरेलू बाजारों के नरम रुख का असर भारतीय मुद्रा पर पड़ा है. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि रुपया एक सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है. आयातकों की मजबूत डॉलर मांग से कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का समर्थन खत्म हो गया है.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 83.36 पर खुला, जो पिछले बंद भाव से चार पैसे की गिरावट है. रुपया बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.32 पर बंद हुआ था. इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.17 पर रहा. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.50 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.67 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
इधर, निवेशक आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक के संकेतों का भी इंतजार कर रहे हैं. मौद्रिक नीति समिति की बैठक शुक्रवार को होने वाले निर्णय के साथ मंगलवार को शुरू हुई. रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में अल्पकालिक ब्याज दर पर यथास्थिति बरकरार रख सकता है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने 6 दिसंबर को अपनी तीन दिवसीय बैठक शुरु की. 8 दिसंबर को बैठक का आखिरी दिन है, उसी दिन इसपर फैसला लिया जाएगा.