मुंबई : अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया छह पैसे की तेजी के साथ 79.92 (अस्थायी) रुपये पर बंद हुआ. रुपया कारोबार के दौरान 80.05 रुपये प्रति डॉलर के अबतक के सबसे निचले स्तर तक चला गया था. बाद में घरेलू शेयर बाजार और क्षेत्रीय मुद्राओं में तेजी के साथ यह सुधरकर बंद हुआ. माना जा रहा है कि रिजर्व बैंक के ‘हस्तक्षेप’ से भी रुपये में सुधार आया है. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 80.00 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान यह 80.05 के अबतक के सबसे निचले स्तर तक पहुंच गया.
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बाद में रुपये में थोड़ा सुधार आया और यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की तेजी के साथ 79.92 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. सोमवार को रुपया दिन के कारोबार में डॉलर के मुकाबले 80 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया गया था. कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले 16 पैसे की गिरावट के साथ 79.98 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों के बीच रुपया, 80 रुपये प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया.
हालांकि, केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप, अन्य देशों की मुद्राओं में मजबूती और शेयर बाजार में तेजी से रुपये को समर्थन मिला. दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.66 प्रतिशत घटकर 106.66 अंक रह गया. घरेलू शेयर बाजारों में बीएसई सेंसेक्स 246.47 अंक चढ़कर 54,767.62 अंक पर बंद हुआ. इसके अलावा वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.40 प्रतिशत घटकर 105.84 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.