वॉशिंगटन : अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने अपनी नियामक नीतियों, कार्यों और वर्तमान बैंकिंग स्थितियों के बारे में बताने के लिए 'पर्यवेक्षण और विनियमन' रिपोर्ट जारी की है. जिसमें फेडरल रिजर्व बोर्ड के सदस्यों ने बताया कि मजबूत पूंजी और तरलता के साथ अमेरिका में बैंकिंग प्रणाली मजबूत और लचीली है, लेकिन हाल में अमेरिका में जो बैंकिंग संकट देखी गई उसके लिए सतर्कता बरतने की जरुरत है. यूएस फेडरल रिजर्व ने कहा कि देश का केंद्रीय बैंक ऐसे जोखिमों का आकलन और प्रतिक्रिया करता है.
हाल ही में अमेरिका में एक के बाद एक कई बड़े बैंक धाराशाही हो गए है. जिसमें टेक्नोलॉजी स्टार्टअप को लोन देने वाली सबसे बड़ी बैंक सिलिकॉन वैली बैंक प्रमुख है. जो आर्थिक संकट से जूझते हुए 10 मार्च को डूब गई. इसके बंद होने से एक संक्रामक प्रभाव पड़ा और बाद में फर्स्ट रिपब्लिक बैंक सहित अन्य बैंकों को बंद कर दिया गया, जो 1 मई को विफल हो गया. यूएस-आधारित फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को स्थानीय नियामकों द्वारा बंद कर दिया गया और जेपी मॉर्गन चेस बैंक के साथ खरीद के लिए एक समझौता किया गया. ताकि डिपाजिटर्स के हितों का रक्षा की जा सकें. इस समझौते के तहत First Republic Bank की सारी संपत्ति और उधारी यानी लेंडर्स जेपी मॉर्गन चेस के हो गए.
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सिलिकन वैली बैंक के साथ शुरू हुई अमेरिकी बैंकिंग संकट का असर दुनिया के कई देशों पर पड़ने लगा. निवेशक चिंतित होने लगे थे. यूएस फेड की रिपोर्ट में कहा गया है, 'तीन बड़े अमेरिकी बैंकों की हाल की विफलताओं ने केंद्रित धन स्रोतों के जोखिमों और ब्याज दर जोखिमों के खराब मैनेजमेंट को भी दिखाता है. जैसे-जैसे ब्याज दरें बढ़ी हैं, निवेश प्रतिभूतियों के उचित मूल्यों में काफी गिरावट आई है.' रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पिछले कई सालों से यह देखा जा रहा है कि लोन लेकर पैसा न चुकाने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. उधार लेकर पैसे न देना या भुगतान न करना अपराध माना जाता है.