नई दिल्ली : इस सप्ताह शेयर बाजारों की चाल ब्याज दर पर आईबीआई के फैसले, जून के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े और कंपनियों के तिमाही नतीजों से काफी हद तक तय होगी. विश्लेषकों ने कहा कि इसके अलावा वैश्विक बाजार के रुझान, तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और विदेशी निवेशकों के रुख से भी बाजार प्रभावित होगा.
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि बाजार की नजर आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक पर होगी, जिसके नतीजों की घोषणा 10 अगस्त, 2023 को होगी. इसके अलावा इस सप्ताह अडाणी पोर्ट्स, कोल इंडिया, हीरो मोटोकॉर्प, हिंडाल्को और ओएनजीसी जैसी प्रमुख कंपनियों के तिमाही नतीजों पर भी नजर रहेगी.
गौर ने कहा कि वृहद आर्थिक मोर्चे पर बाजार भागीदार औद्योगिक उत्पादन और विनिर्माण उत्पादन के आंकड़ों जैसी प्रमुख घटनाओं पर करीब से नजर रखेंगे. ये आकंड़े 11 अगस्त को जारी किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि वैश्विक शेयर बाजारों का रुख, डॉलर सूचकांक की चाल, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और कच्चे तेल की कीमतें भी बाजार को प्रभावित करेंगी.
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट अरविंदर सिंह नंदा ने कहा-
'बाजार इस सप्ताह आरबीआई की नीति बैठक, तिमाही नतीजों, कच्चे तेल, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों, अमेरिका में बेरोजगारी की स्थित और ब्रिटेन के जीडीपी आंकडों से प्रभावित होगा.'
विदेशी संस्थागत निवेशक पिछले सप्ताह पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे और इस सप्ताह उनके रुख पर कारोबारियों की नजर रहेगी. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि इस सप्ताह मुख्य रूप से आरबीआई की नीति बैठक पर नजर रहेगी और ब्याज दर को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों पर फोकस बना रहेगा.
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(पीटीआई-भाषा)