नई दिल्ली : अगर आपने तीन साल पहले इस कंपनी का आईपीओ लिया होता, तो आज आपका निवेश करीब-करीब तीन गुना हो चुका होता. रेलवे सेक्टर की कंपनी आईआरएफसी के एक शेयर की कीमत इस समय 76.55 रुपये है. 2021 में इसका आईपीओ आया था. उस समय इसकी कीमत 26 रुपये थी. यानी तीन साल में तीन गुना पैसा.
इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन यानी आईआरएफसी रेलवे सेक्टर को वित्तीय सहायता प्रदान करती है. रेलवे के किसी भी प्रोजेक्ट के लिए अगर रेल सेक्टर की कोई एजेंसी काम करती है, तो वह आईआरएफसी से पैसे प्राप्त करती है. बदले में आईआरएफसी उस एजेंसी से ब्याज प्राप्त करती है. आईआरएफसी का बिजनेस मॉडल यही है.
मान लीजिए कि रेलवे की एजेंसी इरकॉन को किसी भी जगह का टेंडर मिला, उसे वहां पर कंस्ट्रक्शन का काम करना है, तो एजेंसी आईआरएफसी से संपर्क करेगी, और उससे एक निश्चित राशि एक निश्चत ब्याज पर प्राप्त करेगी. इस पैसे से इरकॉन अपना टेंडर पूरा करेगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आईआरएफसी अभी रेलवे सेक्टर पर ही फोकस कर रही है. लेकिन उसका प्लान इस सेक्टर से इतर भी है. वरिष्ठ अधिकारियों ने इसके संकेत दिए हैं, लेकिन औपचारिक रूप से अभी किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
हालांकि, बिजनेस के जानकार मानते हैं कि आईआरएफसी अगर रेलवे से इतर दूसरे सेक्टर को भी लोन प्रदान करती है, तो उसका बिजनेस मॉडल और अधिक सफल हो सकता है. इस समय रेलवे की अधिकांश एजेंसियों के लिए 50 फीसदी से अधिक की फंडिंग करती है. कंपनी का मार्केट कैप 97805 करोड़ रुपये हैं. यह अब लार्ज कैप कंपनी हो चुकी है.
जानकारों का विश्लेषण है कि इस कंपनी में डिलीवरी बेस्ट खरीददारी हो रही है. इसका मतलब होता है कि निवेशक सीधे तौर पर शेयर खरीद रहे हैं.
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कंपनी का पीई 15.9 है, जबकि इसी सेक्टर का पीई 22.51 है. इसका मतलब है कि अपने सेक्टर में कंपनी का शेयर कम भाव पर उपलब्ध है. आरओई यानी रिटर्न ऑन इक्विटी 13.25 फीसदी है, जबकि इसका बुक वैल्यू 35.9 है. बुक वैल्यू से इसका शेयर दो गुनी कीमत पर है.
(डिस्क्लेमर - शेयर मार्केट में खरीद-बिक्री आर्थिक सलाह प्राप्त करने के बाद ही करें. हम किसी भी शेयर की खरीद के लिए सुझाव नहीं दे रहे हैं.)