नई दिल्ली: पिछले दो सालों के भीतर खेल एथलेट ब्रांडों की डिमांड में तेजी देखने को मिली है. इस लिस्ट में दौड़ने के जूते और जॉगर्स से लेकर डम्बल और योगा मैट तक शामिल है. इनकी मांग महामारी के दौरान और उसके बाद से लगातार बढ़ रही है. फिटनेस के बारे में बढ़ती जागरूकता और एथलेजर वियर की बढ़ती मांग के कारण भारत में अपना कारोबार दोगुना कर लिया है. रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज से मिले नियामक फाइलिंग के अनुसार, प्यूमा, डेकाथलॉन, एडिडास, स्केचर्स और एसिक्स जैसे ब्रांडों ने वित्त वर्ष 2011 के बाद से साल-दर-साल 35-60 फीसदी की वृद्धि की है.
लगातार बढ़ रही एथलेट ब्रांडों डिमांड
दो साल पहले, इन ब्रांडों की बिक्री कुल मिलाकर 5,022 करोड़ रुपये थी. क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों के लिए फिटनेस कपड़े और खेल उपकरण की मांग बढ़ी क्योंकि लोगों ने कोविड-19 की शुरुआत के साथ स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है. स्वास्थ्य और फिटनेस पर बढ़ते फोकस का रिजल्ट है कि सभी उम्र के लोग तकनीकी और प्रदर्शन जूते की तलाश में हैं. दौड़ना हमारे लिए सबसे तेजी से बढ़ती श्रेणियों में से एक है, साथ ही 45 वर्ष से अधिक उम्र के एडल्ट द्वारा चलने के जूते की खोज में उल्लेखनीय उछाल आया है.
हेल्थ को लेकर सजग हुए लोग
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खेल से लेकर एथलेटिक क्षेत्र में बढ़ोतरी देखने को मिली है. क्योंकि लोग अब अपने हेल्थ को लेकर सहज हो गए है. बता दें कि 1.4 अरब की आबादी के साथ, भारत फुटवियर कंपनियों के लिए सबसे तेजी से बढ़ते और सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय बाजारों में से एक है. ज्यादातर ग्लोबल ब्रांड भारत में दो दशकों से अधिक समय से मौजूद हैं. क्रिकेट और अन्य खेल गतिविधियों में भागीदारी के माध्यम से अपने प्रोडक्ट को बढ़ावा देने के कारण आगे बढ़े हैं.