नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को लाल किले की प्राचीर से देशवासियों का संबोधित किया. उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए ‘भरसक प्रयास’ किये. और जनता के इस बोझ को कम से कम करने के लिए आने वाले दिनों में भी प्रयास जारी रहेगा.
देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रही है और पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को महंगाई ने दबोच कर रखा है. उन्होंने कहा, 'हम भी दुनिया से, जिन सामानों की जरूरत होती है, लाते हैं. हम सामान तो आयात करते हैं, साथ ही महंगाई भी आयात करते हैं. पूरी दुनिया को महंगाई ने जकड़ कर रखा है.’
पीएम मोदी ने कहा-
'भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरसक प्रयास किए हैं. पिछले कालखंड की तुलना में हमें कुछ सफलता भी मिली है. लेकिन इतने से संतोष नहीं…. दुनिया से हमारी चीजें अच्छी हैं, बस यही सोचकर हम नहीं रह सकते. मुझे तो, मेरे देशवासियों पर महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में और भी कदम उठाने हैं. हम उन कदमों को उठाते रहेंगे, मेरा प्रयास निरंतर जारी रहेगा.'
विश्वकर्मा योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले महीने 13,000-15,000 करोड़ रुपये के शुरुआती खर्च के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा की. यह योजना पारंपरिक कौशल पर निर्भर उन लोगों के लिए जो नाई, बढ़ई, धोबी, लोहार, स्वर्णकार, राजमिस्त्री आदि का काम करते हैं. प्रतिष्ठित लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए अगले महीने 13,000 से 15,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ 'विश्वकर्मा योजना' शुरू करेगी. बजट 2023 में विश्वकर्मा योजना की घोषणा की गई थी.
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(पीटीआई- भाषा)