इस्लामाबाद : आर्थिक तंगाहाली और डिफॉल्ट की कगार पर पहुंच चुका पाकिस्तान, अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने कहा कि 10 मार्च को समाप्त सप्ताह में केंद्रीय बैंक द्वारा रखे गए पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 1.8 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है. एसबीपी द्वारा जारी हैंडआउट के अनुसार, इसका भंडार 4.319 अरब डॉलर था, जबकि वाणिज्यिक बैंकों द्वारा आयोजित शुद्ध विदेशी भंडार 5.527 अरब डॉलर था.
पाक का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 9.8 बिलियन डॉलर: पाकिस्तान अखबार डाउन ने रिपोर्ट किया कि आरिफ हबीब लिमिटेड ने गणना की कि भंडार लगभग एक महीने के आयात को कवर करने के लिए पर्याप्त था. पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार में 18 मिलियन डॉलर की बढ़ोत्तरी के कारण अब देश के पास कुल विदेशी मुद्रा भंडार 9.846 अरब डॉलर हो गया है.
पाकिस्तान डिफॉल्ट की कगार पर : घटते विदेशी मुद्रा भंडार के बीच पाकिस्तान इस समय देश के सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इसने आशंका जताई है कि पाकिस्तान डिफॉल्ट कर सकता है. हालांकि वहां की सरकार Pakistan PM Shehbaz Sharif का कहना है कि पिछले साल भी देश डिफॉल्ट की कगार पर था लेकिन इसने देश को डिफॉल्ट के कगार से निकाला लिया था.
शहबाज शरीफ ने आर्थिक बदहाली के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. गौरतलब है कि शरीफ की सरकार बनने के बाद Pakistan former PM Imran Khan को अप्रैल में संसद में अविश्वास मत प्रस्ताव पास कर उन्हें संसद से बाहर कर दिया गया था. तब से इमरान खान समयपूर्व चुनावों के लिए प्रचार कर रहे हैं.
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