नई दिल्ली : रिटायरमेंट के बाद हर महीने एकमुश्त पेंशन मिलती रहे तो जिंदगी आराम से कट जाती है. इसी बात को समझते हुए केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना शुरू की. जो एक समाजिक सुरक्षा कार्यक्रम है, जिसके जरिए लोग बुढ़ापे में पेंशन का लाभ उठाते हैं.
इस योजना से जुड़ने वाले लोगों की संख्या दिर पर दिन बढ़ती जा रही है. जिसके बदौलत योजना ने हाल ही में एक उपलब्धि अपने नाम की है. वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि इस सोजना ने हाल ही में अपने 8 साल पूरे किए है. इसके साथ ही इसके सदस्यों की संख्या 5.25 करोड़ हो चुकी है.
वित्त मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 में इस योजना से जुड़ने वाले लोगों की संख्या में पिछले साल की तुलने में 20 फीसदी का इजाफा हुआ है. इस योजना के तहत अब तक लोगों को 8.92 फीसदी का रिटर्न भी मिल चुका है. वहीं, इस स्कीम की कुल प्रबंधन अधीन सपंत्ति 28,434 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है.
देश के असंगठित क्षेत्र के लोगों को बुढ़ापे में वित्तीय समाजिक सुरक्षा देने के मकसद से यह योजना शुरू की गई थी. इस स्कीम में 18-40 वर्ष के उम्र के लोग सेविंग कर सकते हैं और 60 साल की आयु पूरी होने के बाद हर महीने 1,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक पेंशन का लाभ उठा पाएंगे. बात दें कि पेंशन की राशि आपके निवेश के आधार पर तय की जाती है. इस योजना को देश के प्रधानमंत्री ने साल 2015 में शुरू किया था. अटल पेंशन योजना अकाउंट आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में खुलवा सकते हैं.