नई दिल्ली : एनडीटीवी ने उद्योगपति गौतम अडानी के समूह को अपने निदेशक मंडल में दो ‘सीटें’ देने की पेशकश की है. एनडीटीवी ने बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत समूह को कंपनी में उसकी निर्गम-पूर्व 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी के एवज में यह पेशकश की है. शेयर बाजारों को भेजी गई सूचना से यह जानकारी मिली है. अडानी समूह ने टेलीविजन नेटवर्क के संस्थापकों राधिका रॉय और प्रणय रॉय द्वारा समर्थित कंपनी को खरीदकर नयी दिल्ली टेलीविजन लि. (एनडीटीवी) में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की थी. इसके बाद, इसने सार्वजनिक शेयरधारकों से अतिरिक्त 26 प्रतिशत हासिल करने के लिए एक खुली पेशकश की.
खुली पेशकश में निवेशकों को एनडीटीवी के शेयर के मौजूदा भाव के मुकाबले कम कम कीमत की पेशकश की गई, इसके बावजूद 53 लाख से अधिक शेयरों की पेशकश हासिल हुई है. यह एनडीटीवी की करीब 8.26 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है. एनडीटीवी में अडानी समूह की कुल हिस्सेदारी 37.44 प्रतिशत हो गई, जो संस्थापकों प्रणय रॉय और राधिका रॉय की सामूहिक 32.26 प्रतिशत हिस्सेदारी से अधिक है. एनडीटीवी के निदेशक मंडल ने नौ दिसंबर, 2022 को आयोजित अपनी बैठक में अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की अप्रत्यक्ष अनुषंगी कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को आमंत्रित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. उसके पास एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी है. इस आधार पर उसे एनडीटीवी में दो निदेशक मनोनीत करने को आमंत्रित किया गया है.
शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा गया है कि इस नियुक्ति पर 23 दिसंबर, 2022 को होने वाली निदेशक मंडल की अगली बैठक में विचार किया जाएगा. एनडीटीवी में सबसे अधिक शेयरधारिता होने के कारण अडानी समूह को समाचार प्रसारण कंपनी का चेयरमैन नियुक्त करने का भी अधिकार मिल गया है. हालांकि, एनडीटीवी की ओर से शेयर बाजारों को भेजी गई सूचना में खुली पेशकश के बाद कंपनी में अडानी की हिस्सेदारी का उल्लेख नहीं है. अडानी समूह द्वारा अधिग्रहण से पूर्व प्रवर्तकों के पास एनडीटीवी की 61.45 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. इसमें 1.88 करोड़ शेयर या 29.18 प्रतिशत वह हिस्सेदारी थी जो आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लि. के पास थी.
प्रणय रॉय फिलहाल एनडीटीवी के चेयरपर्सन हैं. उनकी पत्नी राधिका रॉय कार्यकारी निदेशक हैं. रॉय के पास कंपनी की 15.94 प्रतिशत और उनकी पत्नी के पास 16.32 प्रतिशत हिस्सेदारी है. बाजार विश्लेषकों का कहना है कि अपनी 32.26 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ रॉय दंपति बोर्ड में बने रह सकते हैं. पिछले महीने रॉय दंपति ने आरआरपीआर के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन वे एनडीटीवी के निदेशक मंडल में बने हुए हैं. अधिग्रहण के बाद अडानी समूह ने अपने दो कार्यकारियों सुदीप्त भट्टाचार्य और संजय पुगलिया के साथ सेंथिल चेंगलवारायण को आरआरपीआर के बोर्ड में नियुक्त किया था.
(पीटीआई-भाषा)