नई दिल्ली : गन्ना किसानों को सरकार की तरफ से नए सीजन की फसल के लिए एक सौगात मिली है. दरअसल केंद्र सरकार की बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में गन्ने का उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) बढ़ाने का फैसला लिया है. मोदी सरकार ने 2023-24 सत्र के लिए गन्ने का Fair and Remunerative Prices(FRP) 10 रुपये बढ़ाकर 315 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. जो कि पिछले सत्र में गन्ने का न्यूनतम मूल्य 305 रुपये प्रति क्विंटल था.
क्या कहा सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने
कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने गन्ने का न्यूनतम मूल्य बढ़ाने का फैसला किया है. सत्र 2023-24 के लिये गन्ने का एफआरपी 315 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा ‘अन्नदाता’ के साथ हैं. सरकार हमेशा कृषि और किसानों को प्राथमिकता देती रही है. उन्होंने कहा कि गन्ने का न्यूनतम मूल्य 2014-15 में 210 रुपये प्रति क्विंटल था. अब वह बढ़कर 2023-24 में 315 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है.
गन्ने के एफआरपी बढ़ने से 5 करोड़ किसानों को लाभ
बता दें कि एफआरपी वह न्यूनतम मूल्य है जिसे चीनी मिलों को गन्ना किसानों को देना होता है. गन्ना सत्र अक्टूबर से शुरू होता है. केंद्र सरकार के इस फैसले से लगभग 5 करोड़ किसानों को फायदा होगा. साथ ही गन्ना मिलों और इससे जुड़े एक्टिविटी में काम करने वाले 5 लाख कर्मचारियों को भी इसका लाभ मिलेगा.