नई दिल्ली : मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव (RC Bhargava) ने बुधवार को मातृ कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के पूरे वैश्विक कारोबार में कंपनी के बढ़ते योगदान की पृष्ठभूमि में आगे चल कर संगठनात्मक बदलावों का संकेत दिया. कोविड-19 महामारी की वजह से उत्पन्न व्यवधानों के चलते दो साल के बाद हुई कंपनी की प्रत्यक्ष वार्षिक आम बैठक (AGM) को संबोधित करते हुए भार्गव ने कहा कि भविष्य में सुजुकी के वैश्विक उत्पादन में मारुति सुजुकी इंडिया का योगदान पिछले साल हासिल किए गए 60 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी बायो मीथेन गैस ईंधन के क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए अपनी रणनीति तैयार करेगी। गांधीनगर में रविवार (28 अगस्त) को कंपनी के चार दशक पूरे होने के अवसर पर हुए समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुझाव दिया था. भार्गव ने कहा कि मारुति स्पष्ट तौर पर सुजुकी जापान का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है.
उन्होंने सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष तोशिहिरो सुजुकी (Toshihiro Suzuki) के बयान का हवाला देते हुए कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में सुजुकी समूह ने दुनिया भर में लगभग 28 लाख वाहनों का उत्पादन किया था, जिनमें से 16 लाख से अधिक इकाइयों या लगभग 60 प्रतिशत का उत्पादन भारत में किया गया था. इसके साथ ही, उन्होंने सुजुकी की भारत में एक पूर्ण स्वामित्व वाली अनुसंधान एवं विकास कंपनी स्थापित करने की घोषणा भी की.
उन्होंने आगे कहा कि जब हम भविष्य में कोई बदलाव करेंगे तो हमें आपका और समर्थन मिलने की उम्मीद है. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि बदलाव क्या होंगे. कंपनी ने रविवार को गुजरात में दो बायोगैस संयंत्र स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे.
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(पीटीआई-भाषा)