मुंबई : घरेलू वाहन विनिर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) का वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में एकल आधार पर लाभ करीब पांच गुना होकर 1,192 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी ने शनिवार को एक बयान में कहा कि एक साल पहले की समान अवधि में उसका एकल लाभ 245 करोड़ रुपये था. इस तरह जनवरी-मार्च 2022 की तिमाही में उसका एकल लाभ करीब पांच गुना हो गया है. इस तिमाही में कंपनी का राजस्व भी 28 प्रतिशत बढ़कर 17,124 करोड़ रुपये हो गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 13,356 करोड़ रुपये रहा था.
वित्त वर्ष 2021-22 के समूचे साल में कंपनी का एकल आधार पर लाभ करीब पांच गुना होकर 4,935 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 2020-21 में यह 984 करोड़ रुपये रहा था. एमएंडएम ने कहा कि उसके वाहन एवं कृषि उपकरण खंडों को 2021-22 के दौरान कुल 55,300 करोड़ रुपये का एकल राजस्व मिला जो किसी वित्त वर्ष में राजस्व का सर्वोच्च स्तर है. यह वित्त वर्ष 2020-21 की तुलना में 29 प्रतिशत अधिक है. कंपनी के मुताबिक चौथी तिमाही में यूटिलिटी वाहनों की बिक्री एक साल पहले की तुलना में 42 प्रतिशत बढ़ गई जबकि कृषि उपकरण खंड की बाजार हिस्सेदारी 40 प्रतिशत पर पहुंच गई.
एमएंडएम ने बीते वित्त वर्ष में वाहनों के निर्यात में भी 77 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की. इस दौरान कंपनी ने 17,500 ट्रैक्टरों का निर्यात भी किया. एमएंडएम के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनीश शाह ने कहा, 'चौथी तिमाही और समूचे वित्त वर्ष में हमारे कारोबारी मॉडल का प्रदर्शन अच्छा रहा. कोविड, जिंसों के बढ़े हुए भाव, सेमीकंडक्टर की किल्लत और यूक्रेन संकट जैसी चुनौतियों के बावजूद हमने एकल आधार पर मजबूत प्रदर्शन किया है.'
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कंपनी के कार्यकारी निदेशक राजेश जेजुरिकर ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 में वाहन एवं कृषि उपकरण खंड ने सर्वाधिक राजस्व कमाया. एसयूवी खंड में राजस्व के लिहाज से एमएंडएम चौथी तिमाही में सबसे आगे रही. उन्होंने कहा कि वाहन उत्पादों की मजबूत मांग आगे भी बनी रहने की उम्मीद है.
(पीटीआई-भाषा)