नई दिल्ली: इंजीनियरिंग और निर्माण ग्रुप लार्सन एंड टुब्रो (Engineering and construction conglomerate Larsen & Toubro) ने शनिवार को कहा कि उसने रेनेवेबल एनर्जी मैनेजमेंट एंड कंट्रोल सॉफ्टवेयर जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ज्वाइंट रिसर्च और विकास परियोजनाएं शुरू करने के लिए आईआईटी इंदौर के साथ एक समझौता किया है. एलएंडटी कंस्ट्रक्शन के इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस की डिजिटल एनर्जी समाधान ब्रांच द्वारा मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (Memorandum of Understanding) पर हस्ताक्षर किया गया है.
रेनेवेबल एनर्जी के विकास के लिए हुआ समझौता
कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि स्पष्टता के विभिन्न मार्गों पर स्थापित फ्रेमवर्क के माध्यम से गतिविधियों का पता लगाने और उन पर काम करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे. यह पहल रेनेवेबल एनर्जी इंटीग्रेशन और रिसर्च टेक्नोलॉजी में कंट्रोल और विकास को आगे बढ़ाने के लिए उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देगी. इस भागीदारी के माध्यम से, आईआईटी इंदौर में छात्रों के सीखने और अनुभव कार्यक्रम के साथ सहयोग करने के लिए एलएंडटी का एक्सीलेंस स्मार्ट ग्रिड समाधान केंद्र स्थापित किया जाएगा.
L&T क्या है
लार्सन एंड टूब्रो भारत की मल्टीनेशनल कंपनी है. इसका हेड क्वार्टर मुंबई में स्थित है. भारत के अलावा इसके कारखाने पूरे विश्व भर में फैले हुए है. इस कंपनी के मुख्य चार बिजनेस है- उत्पादन, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरिंग में है. इसकी स्थपना 7 फरवरी 1938 में की गई थी. दो दोस्तो के नाम से मिलकर बना है इस कंपनी का नाम- लार्सन एंड टूब्रो.