नई दिल्ली : होमग्रोन ट्विटर प्रतिद्वंद्वी कू ने गुरुवार को कहा कि उसने मौजूदा वैश्विक मंदी (Global Recession) के बीच साल के दौरान अपने 30 फीसदी कर्मचारियों को जाने को कहा है. कंपनी ने एक बयान में समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि इस अवधि को पूरा करने के लिए सभी आकार के व्यवसायों के लिए कुशल और रूढ़िवादी दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है.
कू प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि इसके अनुरूप, हमने वर्ष के दौरान अपने 30 फीसदी कार्यबल को हटाकर कुछ भूमिका अतिरेक पर काम किया है और मुआवजा पैकेज, विस्तारित स्वास्थ्य लाभ और विस्थापन सेवाओं के माध्यम से उनका समर्थन किया है. कंपनी ने कहा कि वह जनवरी में हाल ही में 10 मिलियन डॉलर के फंड जुटाने के साथ अच्छी तरह से पूंजीकृत है.
इससे पहले 40 कर्मचारियों की हो चुकी छंटनी : प्रवक्ता ने कहा कि हम अभी कंपनी के लिए धन जुटाने पर विचार नहीं कर रहे हैं. हम राजस्व के साथ काफी प्रगति कर रहे हैं और भविष्य में आवश्यकतानुसार धन जुटाने पर विचार करेंगे. पिछले साल सितंबर में, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने कम से कम 40 लोगों को निकाल दिया था, जिनमें से ज्यादातर इसके संचालन और बैकएंड टीमों से थे.
कू (जो 100 मिलियन-डाउनलोड मार्क तक पहुंचने का लक्ष्य बना रहा है) ने कहा था कि यह 'विशेष रूप से जहां तक इंजीनियरिंग और मशीन लर्निंग टीमों का संबंध है, प्रतिभा की भर्ती' जारी है. अपने नए बयान में, कू ने कहा कि अभी वैश्विक भावना विकास की तुलना में दक्षता पर अधिक केंद्रित है और व्यवसायों को इकाई अर्थशास्त्र साबित करने की दिशा में काम करने की आवश्यकता है.
दुनिया का दुसरा सबसे बड़ा माइक्रो-ब्लॉग : कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि लॉन्च के केवल 3 सालों में, कू के पास 60 मिलियन से अधिक ऐप डाउनलोड हैं और यह 20 से अधिक वैश्विक भाषाओं के साथ दुनिया में उपलब्ध दूसरा सबसे बड़ा माइक्रो-ब्लॉग है. Koo ने सितंबर 2022 में अपने मुद्रीकरण प्रयोग शुरू किए और छह महीने के भीतर, यह भारतीय सोशल मीडिया कंपनियों और प्रत्यक्ष वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में प्रति उपयोगकर्ता (एआरपीयू) प्रति दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता (डीएयू) के उच्चतम औसत राजस्व में से एक होने का दावा किया है.
(आईएएनएस)
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