नई दिल्ली : भारत के लोगों में विदेश घूमने का क्रेज बना हुआ है. ज्यादातर भारतीय अपनी छुट्टियां विदेशों में बिताना पसंद कर रहे हैं. इसके लिए वो जी खोल कर खर्च कर रहे हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) द्वारा जारी ताजा आकड़ों के अनुसार भारतीयों ने विदेश घूमने पर 12.51 बिलियन डॉलर खर्च किया है. जिसका मूल्य भारतीय रुपये अनुसार देखें तो ये 1200 करोड़ रुपए से ज्यादा हैं. पिछले साल की तुलना मे इस साल विदेश घूमने वाले भारतीय की संख्या में 104 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है.
RBI’s Liberalised Remittances Scheme (LRS) की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में फरवरी माह से लेकर अप्रैल महीने तक विदेश घूमने पर भारतीयों ने 6.13 बिलियन डॉलर (भारतीय करेंसी अनुसार 600 करोड़ से अधिक) खर्च किए हैं. वहीं LRS के तहत भारतीय हर वित्तिय वर्ष 250,000 डॉलर खर्च कर सकते हैं.
फरवरी 2023 में भारत के लोगों ने विदेश घूमने में 1.07 बिलियन डॉलर (भारतीय करेंसी अनुसार) खर्च किएं. जो कि साल 2022 के इसी महीने से 9.2 फीसदी इस बार ज्यादा है. हालांकि जनवरी 2023 की तुलना में फरवरी माह में विदेश घूमने के खर्चों में 28 फीसदी की गिरावट आई है. इससे पहले जनवरी महीने में भारतीयों ने विदेशी दौरों पर 1.49 बिलियन डॉलर (भारतीय करेंसी अनुसार लगभग डेढ़ सौ करोड़) खर्च किया था.
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कोरोना के कारण साल 2020 और 2021 में पूरी दुनिया में लॉकडाउन रहा. जिस कारण कोई भी विदेश घूमने नहीं जा सका. लेकिन जैसे ही हालात ठीक होने लगें और कोरोना नियमों में ढील दी जाने लगी. विदेशी दौरे शुरू होने लगे. 2022 से विदेशी फ्लाइट्स एक बार फिर उड़ान भरने के लिए तैयार हो गए और लोगों का विदेशी दौरा शुरू हो गया.
वित्तीय वर्ष 2023 की अप्रैल-फरवरी समय के दौरान निवासी व्यक्तियों के लिए LRS के तहत कुल बाहरी प्रेषण का 52 फीसदी के करीब अंतर्राष्ट्रीय यात्रा का गठन किया गया. वित्त वर्ष 2021-22 में, भारतीयों द्वारा विदेश यात्रा पर कुल खर्च 6.9 बिलियन डॉलर था. आंकड़ों से पता चला है कि वित्त वर्ष 2023 के पहले 11 महीनों में निवासी व्यक्तियों के लिए एलआरएस के तहत कुल जावक प्रेषण $24.18 बिलियन था. आंकड़ों से पता चलता है कि केवल फरवरी में ही outward Remittances 2.1 अरब डॉलर था. FY2022 में LRS के तहत कुल बाहरी रेमिटेंस 19.61 बिलियन डॉलर था.