नई दिल्ली: देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो ने अपने नए चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) का ऐलान कर दिया है. विप्रो की नई सीएफओ अर्पणा अय्यर को बनाया गया है. इस पद पर इससे पहले जतिन दलाल थे. जतिन दलाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसके बाद अर्पणा अय्यर को कंपनी का नया सीएफओ बनाया गया है. बता दें कि कारोबार के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को विप्रो के शेयरों में 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. वहीं अब से अर्पणा अय्यर सीएफओ के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभालेगी.
विप्रो की नई सीएफओ है गोल्ड मेडलिस्ट
आपको बता दें कि अर्पणा अय्यर 20 सालों से लगातार विप्रो से जुड़ी हुई है. विप्रो में बतौर सीनियर इंटरनल ऑडिटर के तौर पर काम कर रही थी. साल 2003 में अर्पणा अय्यर विप्रो के साथ जुड़ी है. अर्पणा अय्यर एक चार्टर्ड अकाउंटेंट है. इसके साथ ही उन्होंने 2002 में सीए बैच में गोल्ड मेडल भी हासिल की थी. इसी साल जतिन दलाल से पहले विप्रो के सीएफओ के पद से संजीव सिंह ने भी इस्तीफा दिया था.
विप्रो की स्थापना साल 1945 में अजीज प्रेमजी ने की थी. अजीज प्रेमजी की कुल संपत्ति 11.5 अरब डॉलर है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उनकी कंपनी का मार्केट 218,790 करोड़ रुपये है. इसका मुख्यालय बेंगलुरु, कर्नाटक में है. फॉर्च्यून इंडिया 500 ने इसे 29वीं सबसे बड़ी भारतीय कंपनी का दर्जा दिया है. इस कंपनी में 221,000 से अधिक लोग काम करते है, जो भारत में 9वां सबसे बड़ा नियोक्ता भी है.