मुंबई: कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच शुक्रवार को वित्तीय और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली होने से मानक सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद लगभग स्थिर स्तर पर कारोबार कर रहे थे. बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 294 अंक गिरकर 65,785.64 के निचले स्तर तक पहुंच गया. हालांकि थोड़ी ही देर में इसने अपनी कमजोरी पर काबू पा लिया और 17.79 अंक यानी 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65,767.85 पर कारोबार कर रहा था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 1.25 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 19,498.55 पर मौजूद था. शुरुआती कारोबार में यह 19,499.55 और 19,421.60 के दायरे में रहा. सेंसेक्स के शेयरों में नेस्ले, इंडसइंड बैंक, पावरग्रिड, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, कोटक बैंक, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस और टेक महिंद्रा में रिकॉर्ड तेजी के बाद मुनाफावसूली हावी होने से गिरावट दर्ज की गई.
वहीं टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति, रिलायंस, सन फार्मा, एनटीपीसी और टाटा स्टील तेजी दर्ज करने वाले शेयरों में प्रमुख रहे. वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख से घरेलू शेयर बाजारों की शुरुआत कमजोर रही. अमेरिकी शेयर बाजार बृहस्पतिवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे. इसके असर में हांगकांग, जापान और ऑस्ट्रेलिया के शेयर बाजारों में भी गिरावट का रुझान बना रहा.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, 'शेयर बाजारों में तेजी के दौर को कायम रखना मुश्किल होगा क्योंकि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में बड़ी कमजोरी और बॉन्ड प्रतिफल बढ़ने से वैश्विक बाजार का स्वरूप प्रतिकूल हो रहा है.' इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.25 प्रतिशत चढ़कर 76.70 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
घरेलू स्तर पर बृहस्पतिवार को सेंसेक्स 339.60 अंक यानी 0.52 प्रतिशत चढ़कर 65,785.64 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ था. एनएसई निफ्टी भी 98.80 अंक या 0.51 प्रतिशत बढ़कर 19,497.30 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था. शेयर बाजारों से मिली जानकारी के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अपनी खरीदारी गतिविधियां जारी रखी हैं और उन्होंने बृहस्पतिवार को 2,641.05 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे.
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे गिरकर 82.68 पर
वहीं, घरेलू शेयर बाजारों के सुस्त रुख और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे गिरकर 82.68 के भाव पर आ गया. हालांकि विदेशी पूंजी का प्रवाह बने रहने से रुपये को समर्थन मिला हुआ है और इसने गिरावट को थामने का काम किया. अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.68 के भाव पर खुला जो पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे की कमजोरी का दर्शाता है.
बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 82.60 के भाव पर बंद हुआ था. विदेशी मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक, जोखिम से बचने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के सख्त मौद्रिक नीति अपनाने की बढ़ती आशंका से डॉलर को लेकर रुझान बना हुआ है. दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत गिरकर 103.12 पर आ गया.
इसके अलावा कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती कीमतों ने भी घरेलू मुद्रा पर असर डाला. वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.29 प्रतिशत बढ़कर 76.74 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. घरेलू शेयर बाजारों में कारोबार की कमजोरी के साथ शुरुआत हुई. बीएसई सेंसेक्स 47.47 अंक यानी 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65,738.17 अंक पर कारोबार कर रहा था. एनएसई निफ्टी भी 18.40 अंक यानी 0.09 प्रतिशत गिरकर 19,478.90 अंक पर आ गया.
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शेयर बाजारों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 2,641.05 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की.
पीटीआई-भाषा