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FY24 में 6 फीसदी की दर से बढ़ेगी भारतीय अर्थव्यवस्था : एक्यूइट - क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एक्यूइट रेटिंग्स

क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च ने वित्त वर्ष 24 में भारत की (India GDP) वृद्धि दर 6 फीसदी का पूर्वानुमान लगाया है. रिसर्च में और क्या कुछ कहा गया है, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर....

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भारतीय अर्थव्यवस्था
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Published : Apr 26, 2023, 4:42 PM IST

चेन्नई : क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा है कि वित्त वर्ष 24 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6 फीसदी रहेगी. अर्थव्यवस्था पर अपनी मासिक टिप्पणी में एक्यूइट ने कहा कि वैश्विक वृहद अर्थव्यवस्था में विरोधाभासों और वित्तीय प्रणाली की अस्थिरता के जोखिमों के सामने आने के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था ने ताकत और स्थिरता का प्रदर्शन जारी रखा है.

एक्यूइट की रिपोर्ट में कहा गया है कि Acuite को उम्मीद है कि सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि मध्यम होगी, लेकिन वित्त वर्ष 24 में 6.0 प्रतिशत पर स्वस्थ रहेगी. एक्यूइट के अनुसार, घरेलू मांग की ताकत के संबंध में एक स्पष्ट अंतर उभर रहा है, जो कि बाहरी मांग को धीमा करने के प्रभाव के खिलाफ व्यापारिक निर्यात की कम रन-रेट में कब्जा कर रहा है.

एक्यूइट ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में घरेलू विकास के लिए चुनौतियां तेज होने की उम्मीद है. वैश्विक विकास में मंदी, बैंकिंग क्षेत्र की उथल-पुथल के बाद क्रेडिट की स्थिति में तंगी, जलवायु जोखिम, उच्च उधार लागत आदि का सामना करना पड़ सकता है. एक्यूइट के अनुसार, मुद्रास्फीति के दबाव में कमी और सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में वृद्धि से घरेलू अर्थव्यवस्था में स्वस्थ गति बनी रहनी चाहिए.

इससे पहले हाल ही में अमेरिकी वित्तीय सेवा कंपनी मार्गनस्टेनली ने एक रिपोर्ट में भारत की जीडीपी में 6.2 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान लगाया है. वहीं, रिपोर्ट में कहा है कि इस साल महंगाई दरें स्थिर रहेगी क्योंकि महंगाई 6 फीसदी के नीचे रहेगी. और अगले वित्त वर्ष महंगाई 5.5 फीसदी रहने का पूर्वानुमान लगाया है.

(आईएएनएस)

पढ़ें : India GDP : वित्त वर्ष 2023 में महंगाई से राहत की उम्मीद, GDP 6.2 फीसदी रहने का अनुमान

चेन्नई : क्रेडिट रेटिंग एजेंसी एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च ने कहा है कि वित्त वर्ष 24 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6 फीसदी रहेगी. अर्थव्यवस्था पर अपनी मासिक टिप्पणी में एक्यूइट ने कहा कि वैश्विक वृहद अर्थव्यवस्था में विरोधाभासों और वित्तीय प्रणाली की अस्थिरता के जोखिमों के सामने आने के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था ने ताकत और स्थिरता का प्रदर्शन जारी रखा है.

एक्यूइट की रिपोर्ट में कहा गया है कि Acuite को उम्मीद है कि सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि मध्यम होगी, लेकिन वित्त वर्ष 24 में 6.0 प्रतिशत पर स्वस्थ रहेगी. एक्यूइट के अनुसार, घरेलू मांग की ताकत के संबंध में एक स्पष्ट अंतर उभर रहा है, जो कि बाहरी मांग को धीमा करने के प्रभाव के खिलाफ व्यापारिक निर्यात की कम रन-रेट में कब्जा कर रहा है.

एक्यूइट ने कहा कि वित्त वर्ष 24 में घरेलू विकास के लिए चुनौतियां तेज होने की उम्मीद है. वैश्विक विकास में मंदी, बैंकिंग क्षेत्र की उथल-पुथल के बाद क्रेडिट की स्थिति में तंगी, जलवायु जोखिम, उच्च उधार लागत आदि का सामना करना पड़ सकता है. एक्यूइट के अनुसार, मुद्रास्फीति के दबाव में कमी और सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में वृद्धि से घरेलू अर्थव्यवस्था में स्वस्थ गति बनी रहनी चाहिए.

इससे पहले हाल ही में अमेरिकी वित्तीय सेवा कंपनी मार्गनस्टेनली ने एक रिपोर्ट में भारत की जीडीपी में 6.2 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान लगाया है. वहीं, रिपोर्ट में कहा है कि इस साल महंगाई दरें स्थिर रहेगी क्योंकि महंगाई 6 फीसदी के नीचे रहेगी. और अगले वित्त वर्ष महंगाई 5.5 फीसदी रहने का पूर्वानुमान लगाया है.

(आईएएनएस)

पढ़ें : India GDP : वित्त वर्ष 2023 में महंगाई से राहत की उम्मीद, GDP 6.2 फीसदी रहने का अनुमान

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