नई दिल्ली : भारत का कोयला आयात वित्त वर्ष 2022-23 में 30 फीसदी बढ़कर 16.24 करोड़ टन हो गया. यह आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष में 12.5 करोड़ टन था. एमजंक्शन ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा कि कोकिंग कोल का आयात 2022-23 में 5.44 फीसदी बढ़कर 5.44 करोड़ टन हो गया. इससे पिछले वित्त वर्ष में यह आंकड़ा 5.16 करोड़ टन था.
मार्च 2023 में गैर-कोकिंग कोयले का आयात 1.38 करोड़ टन रहा, जो पिछले साल इसी महीने में 1.26 करोड़ टन था. मार्च 2023 में कोकिंग कोल का आयात 39.6 लाख टन रहा, जो मार्च 2022 में 47.6 लाख टन था. भारत दुनिया के शीर्ष पांच कोयला उत्पादक देशों में शामिल है. चीन के बाद भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और इंडोनेशिया प्रमुख कोयला उत्पादक देश हैं. हालांकि, भारत को कोयले की आवश्यकता के कुछ हिस्से को आयात के जरिए पूरा करना पड़ता है.
देश कोकिंग कोल के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर है. इसका सबसे बड़ा निर्यातक ऑस्ट्रेलिया है. फिच सॉल्यूएशन मैक्रो रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार भारत साल 2025 तक कोकिंग कोल का सबसे बड़ा आयातक बन जाएगा और इस मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा. कोकिंग कोल को धातु शोधन कोल भी कहा जाता है. जिसका इस्तेमाल कोक बनाने के लिए किया जाता है जो स्टील के उत्पादन में यूज किया जाता है.
एमजंक्शन के प्रबंध निदेशक और सीईओ विनय वर्मा ने कहा कि भारत में कोयले की लगातार उच्च मांग के साथ ही विदेश में कीमतें कम होने से मार्च में आयात बढ़ा. उन्होंने कहा कि ये रुझान आने वाले महीनों में जारी रह सकते हैं, क्योंकि इस बार गर्मी में तापमान औसत से अधिक रहने का अनुमान है.
(पीटीआई- भाषा)
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