नई दिल्ली : अग्रणी इंजन विनिर्माता जीई एयरोस्पेस (ge aerospace) ने कहा है कि भारतीय एयरलाइन कंपनियों के पास विमान खरीद के लगातार ऑर्डर देने की पर्याप्त क्षमता है क्योंकि देश का नागर विमानन क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है. टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया द्वारा 470 विमानों की खरीद के ऑर्डर देने के संबंध में जीई एयरोस्पेस के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि दुनिया के तीसरे सबसे बड़े विमानन बाजार भारत में बड़े और छोटे, दोनों प्रकार के विमानों के क्षेत्र में वृद्धि की क्षमता है.
जीई एयरोस्पेस के दक्षिण एशिया और इंडोनेशिया के कंट्री प्रमुख विक्रम राय ने बताया कि इस साल आपूर्ति श्रृंखला की स्थिति 2022 की तुलना में बेहतर रहेगी. भारत में लगभग 700 वाणिज्यिक विमान इस समय परिचालन में है. इनमें से ज्यादातर विमान छोटे आकार के हैं. नागर विमानन मंत्रालय भी एक अंतरराष्ट्रीय विमानन केंद्र के तरीकों पर काम कर रहा है, जिसके लिए भारतीय एयरलाइन कंपनियों के पास अंतरराष्ट्रीय परिवहन को देखते हुए बड़े आकार के विमानों की संख्या बढ़ाने की जरूरत होगी.
विमान खरीद के ऑर्डर का उल्लेख करते हुए, राय ने कहा कि ये ऑर्डर बड़े हैं. विमानन क्षेत्र में तेज वृद्धि के कारण अगले कुछ साल तक लगातार ऑर्डर देने की पर्याप्त क्षमता है क्योंकि जब अर्थव्यवस्था बढ़ती है, खर्च योग्य आय बढ़ती है, तो लोग यात्रा करते हैं. राय ने कहा कि भारतीय बाजार के कोविड-पूर्व वृद्धि को पार करने की उम्मीद है और घरेलू विमान परिवहन दोगुना होने की उम्मीद है. साथ ही, सरकार भी अवसंरचना तैयार करने में बेहतरीन काम कर रही है.
राय ने कहा कि पहली, दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों में हवाई यातायात बढ़ेगा. जीई एयरोस्पेस के एयर इंडिया के 20 बोइंग 787 और 10 बोइंग 777 एक्स विमानों के लिए 40 जीईएनएक्स-1बी और 20 जीई9एक्स इंजन का पक्का ऑर्डर है.
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(पीटीआई-भाषा)