मुंबई: भारतीय बिजनेसमैन गौतम अडाणी सोलर एनर्जी सेक्टर में खुद को और मजबूत करने की तैयारी में जुट गए हैं. कंपनी मार्केट में पकड़ बनाने के लिए नई योजना पर काम कर रही है. अडाणी ग्रुप का पूरा फोकस फिलहाल सोलर एनर्जी क्षेत्र में खुद को विस्तार करना है. अडाणी ग्रुप के इस खबर के बाद शेयर बाजार में तो उछाल देखने को मिला ही है. इसके साथ ही अबू धाबी की एक इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी ने भी अडाणी ग्रुप में अपनी हिस्सेदारी को बढ़ा दिया है.
जानकारी के मुताबिक कंपनी अपनी हिस्सेदारी को 5 फीसदी से अधिक कर देगी. आईएचसी ने अबू धाबी स्टॉक एक्सचेंज को एक फाइलिंग के दौरान ये बात कही है. उनका कहना है कि अडाणी की इंटीग्रेटेड और व्यापार मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम विश्वास को दिखाती है. कंपनी ने आरएससी लिमिटेड के साथ 0.06 फीसदी हिस्सेदारी को हासिल की है, जिसके बाद अडाणी ग्रुप में 5.04 हिस्सेदारी हो गई है. अडाणी ग्रुप में आईएचसी की हिस्सेदारी लगभग 14,000 करोड़ रुपये था.
कंपनी को पहले से मिला है 3000 मेगावाट के ऑर्डर
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी सोलर मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को 10 गीगावॉट तक करने पर काम कर रहे हैं. फिलहाल कंपनी के पास 4 गीगावॉट की कैपेसिटी है. उम्मीद की जा रही है कि इस सोलर कैपेसिटी से 13,000 लोगों को जॉब मिल सकती हैं. हाल ही अडाणी ग्रुप ने विदेशी बैंकों और फाइनेंस कंपनियों के जरिए 394 मिलियन डॉलर जुटाए हैं. इसके साथ ही कंपनी के पास पहले से 3000 मेगावाट के ऑर्डर बुक है, जिसको 15 महीनों में पूरा करना है.
बता दें कि कंपनी 2030 तक सबसे बड़ा सोलर इकोसिस्टम उत्पादन क्षमता बनने की तैयारी में है. इसके साथ ही कंपनी 2027 तक गुजरात में 10 गिगावॉट के साथ दुनिया का पहला इंटीग्रेटेड और व्यापार मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम रेडी कर रहा है, जिससे उम्मीद है कि 13,000 लोगों के लिए नौकरी पैदा होंगी.
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