हैदराबाद: ICICI Bank के वेबसाइट के मुताबिक डिजिटल रुपया और यूपीआई (Unified Payments Interface) दो अलग-अलग कॉन्सेप्ट हैं. भारत में डिजिटल पेमेंट के बारे में आमतौर पर चर्चा की जाती है. जबकि डिजिटल रुपया एक डिजिटल मुद्रा है, UPI डिजिटल भुगतान के लिए एक मंच है जिसे पहले ही लागू किया जा चुका है. सरल शब्दों में, डिजिटल रुपया 'पैसा' है और UPI 'पैसा स्थानांतरित करने' का एक तरीका है. डिजिटल रुपया भारतीय मुद्रा 'रुपया' का एक digital version है जिसे RBI के द्वारा लॉन्च किया गया है. डिजिटल रुपए के पीछे का मकसद नकदी और भौतिक मुद्रा का एक डिजिटल विकल्प प्रदान करना है जो लोगों क उपयोग में आसान, सुरक्षित और सुलभ हो. बता दें डिजिटल रुपया लेनदेन को तेज, सस्ता और अधिक सुरक्षित बनाता है, जिससे डिजिटल भुगतान लोगों के लिए काफी आसान हो जाता है. CBDC payment systems में तरलता और क्रेडिट जोखिम (credit exposure) की एकाग्रता को कम करने की व्यवहार्यता प्रदान करता है.
डिजिटल रुपये ऐप से Payment कैसे करें : ICICI Bank के ग्राहक अब digital rupee app के जरिए merchant क्यूआर कोड से आसानी से पेमेंट कर सकते हैं. ICICI Bank ने यह एलान किया गया है कि उनका डिजिटल रुपया ऐप 'Digital Rupee Buy'. ICICI Bank अब लाखों ग्राहकों को किसी भी Retailer QR Code से भुगतान करने का परमिशन देता है. बैंक ने अपने डिजिटल रुपया ऐप UPI (Unified Payments Interface) बनाकर इसे संभव बना दिया है. ICICI Bank ने कह है कि यह एकीकरण ग्राहकों को मर्चेंट आउटलेट्स पर मौजूदा UPI QR कोड को स्कैन करने और डिजिटल रुपया ऐप के माध्यम से भुगतान करने का अधिकार देता है. साथ ही, यह व्यापारियों को उनके मौजूदा यूपीआई क्यूआर कोड पर डिजिटल रुपया भुगतान स्वीकार करने में मदद करता है, जिससे अनिवार्य ऑन-बोर्डिंग प्रक्रिया की आवश्यकता समाप्त हो जाती है.
ICICI Bank के डिजिटल रुपया' के जरिए ऐसे करें पेमेंट : 'ICICI बैंक के डिजिटल रुपया' एप के नये वर्जन को सबसे पहले इंस्टॉल करें या पहले से इंस्टॉल है तो अपडेट कर लें. फिर ऐप के जरिए से लॉग इन करें. उसके बाद स्कैन क्यूआर ऑपशन पर क्लिक करें और मर्चेंट यूपीआई QR कोड को स्कैन करें, फिर कितना पेमेंट करना है उसे निर्धारित कीजिए उसके बाद अपना पिन डालिए, अब अपका लेनदेन पूरा हो गया है.
क्या होता है UPI : यूपीआई एक पेमेंट प्लेटफॉर्म है जो मोबाइल फोन के माध्यम से दो बैंक खातों के बीच तुरंत मनी ट्रांफर को सक्षम बनाता है. UPI को 2016 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा लॉन्च किया गया था और यह अपने उपयोग में आसानी, सुरक्षा और कम लेनदेन शुल्क के कारण भारत में पेमेंट करने का एक लोकप्रिय तरीका बन गया है. यूपीआई उपयोगकर्ताओं को अपने बैंक खाते से जुड़े वर्चुअल पते का उपयोग करके पैसे भेजने और प्राप्त करने, बिलों का भुगतान करने और लेनदेन करने की अनुमति देता है. इसे Immediate Payment Service (IMPS) के टॉप पर बनाया गया है जो एक वास्तविक समय अंतर-बैंक इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सेवा है. यूपीआई ग्राहकों को नेट बैंकिंग या लेनदेन के किसी अन्य भौतिक तरीके की आवश्यकता के बिना मोबाइल फोन का उपयोग करके अपने बैंक खातों से पैसे भेजने और रिसिव करने की अनुमति देता है. यह सभी को बैंक लेनदेन के लिए एक सिंगल स्टेज देता है और 24x7 Immediate Payment Service को सक्षम बनाता है, जो इसे पेमेंट का एक काफी ज्यादा सुविधाजनक और सुरक्षित तरीका बनाता है.