नई दिल्ली : गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने एक बार फिर छंटनी करते हुए ग्लोबल रिक्रूटमेंट टीम से सैंकड़ों कर्मचारियों को निकाल दिया है. सेमाफोर की रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने अपने भर्ती कार्यबल से छंटनी वाले लोगों की सटीक संख्या का खुलासा करने से इनकार कर दिया है. रिपोर्ट में कंपनी के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है, हम कुशलतापूर्वक काम कर सकें यह सुनिश्चित करने के लिए हमने अपनी भर्ती टीम के आकार को कम करने का कठोर निर्णय लिया है.
गूगल के प्रवक्ता ने कहा, 'हम ट्रांजिशन पीरियड, आउटप्लेसमेंट सर्विस और सेविरेन्स से प्रभावित हर किसी का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि वे यहां गूगल और उसके बाहर नए अवसरों की तलाश कर रहे हैं.' वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच गूगल ने पिछले साल हायरिंग कम कर दी थी. इस साल 20 जनवरी को गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में पुष्टि की थी कि वैश्विक स्तर पर लगभग 12,000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया जाएगा, जो कुल कार्यबल का 6 प्रतिशत से अधिक है. गूगल इंडिया ने 400 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया.
मार्च में टेक दिग्गज ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल के माध्यम से सूचित किया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष उनमें से कई कर्मचारियों को प्रमोशन दिया जाएगा. पिछली रिपोर्टों के अनुसार लागत में कटौती करने के लिए गूगल ने काम पर लौटने वाले कर्मचारियों से कार्यालय स्थान को 'साझेदार' के साथ साझा करने के लिए भी कहा. छंटनी के बीच गूगल ने अपने मौजूदा कर्मचारियों के लिए मुफ्त स्नैक्स और वर्कआउट कक्षाओं में कटौती जैसे कई लागत-कटौती उपाय भी किए. एक आंतरिक ज्ञापन के अनुसार कंपनी ने लैपटॉप जैसे व्यक्तिगत उपकरणों पर खर्च करना भी बंद कर दिया है.