नई दिल्ली / मुंबई : वैश्विक बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 265 रुपये के नुकसान के साथ 61,585 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी. पिछले कारोबारी सत्र में सोना 61,850 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था. हालांकि, चांदी की कीमत 120 रुपये की तेजी के साथ 77,800 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की हाजिर कीमत 265 रुपये की गिरावट के साथ 61,585 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी." विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 2,033 डॉलर प्रति औंस रह गया, जबकि चांदी तेजी के साथ 25.88 डॉलर प्रति औंस हो गई. बुधवार को एशियाई कारोबारी घंटों में सोने की कीमतों में गिरावट रही.
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में Sensex 179 अंक चढ़ा, Nifty भी मजबूत
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई सेंसेक्स में बुधवार को लगभग 179 अंक की तेजी आई. विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने तथा कारोबार समाप्त होने से पहले चुनिंदा पेट्रोलियम, बैंक और वाहन शेयरों में लिवाली से बाजार बढ़त में रहा. तीस शेयरों पर आधारित BSE Sensex 178.87 अंक यानी 0.29 प्रतिशत चढ़कर 61,940.20 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान Sensex ऊंचे में 61,974.35 अंक तक गया और नीचे में 61,572.93 अंक तक आया. NSE Nifty भी 49.15 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,315.10 अंक पर बंद हुआ.
Federal Reserve Bank का असर
उधर, वैश्विक बाजारों में ज्यादातर में गिरावट का रुख रहा. इसका कारण अमेरिका में अप्रैल महीने की मुद्रास्फीति का आंकड़ा जारी होने से पहले निवेशकों का सतर्क रुख था. मुद्रास्फीति के आंकड़े से अमेरिकी केंद्रीय बैंक Federal Reserve bank के नीतिगत दर को लेकर आगे के रुख का पता चलेगा.
Sensex की कंपनियों में IndusInd Bank सबसे ज्यादा 2.84 प्रतिशत मजबूत हुआ. इसके अलावा Power Grid, Tata Motors, Bajaj Finance, NTPC, HDFC Bank, Reliance Industries, Nestle and Kotak Mahindra Bank प्रमुख रूप से लाभ में रहे. दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में Infosys, State Bank of India, Tata Steel, Hindustan Unilever and Titan शामिल हैं.
Geojit Financial Services के शोध प्रमुख Vinod Nair ने कहा, ‘‘उतार-चढ़ाव के साथ घरेलू बाजार में कारोबार में लगभग स्थिर रहा. अमेरिकी बाजार में अनिश्चितता के बीच निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया." Vinod Nair ने कहा कि वैश्विक स्तर पर भी निवेशकों का रुख सतर्क रहा. इसका कारण अमेरिका में जारी होने वाला मुद्रास्फीति का आंकड़ा है. इसके अलावा, राजकोषीय चिंताओं के बीच अमेरिकी राजनेताओं की बैठक है. अमेरिका में कच्चा तेल भंडार बढ़ने की सूचना से तेल कीमतों में नरमी रही. तेल भंडार का बढ़ना मांग में नरमी का संकेत है.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा. अमेरिकी बाजार मंगलवार को नुकसान में बंद हुए थे. Mehta Equities Ltd के वरिष्ठ उपाध्यक्ष Prashant Taapse ने कहा, "अमेरिका में जारी होने वाले मुद्रास्फीति के आंकड़े पर नजर होगी. इससे अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर को लेकर आगे के रुख का पता चलेगा." इस बीच, वैश्विक तेल मानक Brent crude 1.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76.36 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. Stock market के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को शुद्ध लिवाल रहे. उन्होंने 1,942.19 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.