नई दिल्ली: देश से वाहन निर्यात में बीते साल (2023 में) 21 फीसदी की गिरावट आई है. वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम (सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स) ने यह जानकारी दी है. सियाम ने कहा है कि कई विदेशी बाजार मौद्रिक और भूराजनीतिक संकट से जूझ रहे हैं जिससे वाहन निर्यात में गिरावट आई है.
पिछले साल कुल वाहन निर्यात 42,85,809 इकाई रहा, जबकि 2022 में यह आंकड़ा 52,04,966 इकाई था. हालांकि, 2023 में यात्री वाहनों का निर्यात 5 फीसदी बढ़कर 6,77,956 इकाई हो गई, जो 2022 में 6,44,842 इकाई थी. वहीं, वाणिज्यिक वाहन, दोपहिया और तिपहिया वाहनों के निर्यात में इस दौरान गिरावट आई है. दोपहिया वाहनों का निर्यात पिछले साल 20 फीसदी घटकर 32,43,673 इकाई रह गया, जो 2022 में 40,53,254 इकाई था.
इसी तरह, वाणिज्यिक वाहनों का निर्यात 88,305 इकाई से घटकर 68,473 इकाई रह गया. तिपहिया वाहनों का निर्यात पिछले साल 4,17,178 इकाई से 30 फीसदी घटकर 2,91,919 इकाई रह गया.
मारुति सुजुकी इंडिया ने किया सबसे अधिक निर्यात
सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने बताया कि 2023 में यात्री वाहन निर्यात को नए वाहनों की पेशकश और दक्षिण अफ्रीका और खाड़ी क्षेत्र जैसे बाजारों की दबी मांग से समर्थन मिला था. चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर में मारुति सुजुकी इंडिया ने सबसे अधिक 2,02,786 वाहनों का निर्यात किया. यह एक साल पहले की समान अवधि के 1,92,071 इकाई के आंकड़े से 6 फीसदी अधिक है.
हुंडई मोटर इंडिया ने इस दौरान 1,29,755 इकाइयों का निर्यात किया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 1,19,099 इकाई का था. इस अवधि में किआ इंडिया ने 47,792 इकाइयों का निर्यात किया. वहीं, फॉक्सवैगन ने 33,872, निसान ने 31,678, और होंडा कार्स ने 20,262 वाहनों का निर्यात किया.