फ्रैंकफर्ट : यूरो मुद्रा का इस्तेमाल करने वाले 19 यूरोपीय देशों में मुद्रास्फीति अक्टूबर में रिकॉर्ड 10.7 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई. प्राकृतिक गैस एवं बिजली की आसमान छूती कीमतों ने अर्थव्यवस्था की रफ्तार को भी धीमा कर दिया है. यूरोपीय संघ (EU) के सांख्यिकी संगठन 'यूरोस्टैट' ने सोमवार को अक्टूबर महीने के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि एक साल पहले की तुलना में इस महीने मुद्रास्फीति 10.7 प्रतिशत पर पहुंच गई. इसके पहले सितंबर में मुद्रास्फीति 9.9 प्रतिशत रही थी.
यह यूरोजोन के लिए 1997 में आंकड़ों का संकलन शुरू होने के बाद मुद्रास्फीति का उच्चतम स्तर है. यूरोपीय संघ के कुल 28 में से 19 देशों में यूरो मुद्रा का इस्तेमाल किया जाता है. इन्हें सामूहिक तौर पर यूरोजोन कहा जाता है. यूरोस्टैट ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण प्राकृतिक गैस की कीमतों में आए उछाल और बिजली के दाम बढ़ने से मुद्रास्फीति में यह तेजी आई है. ऊर्जा संसाधनों पर व्यय बढ़ने से उपभोक्ताओं का अन्य जरूरी चीजों पर व्यय घट गया है.
यूरोस्टैट के मुताबिक, खाद्य उत्पाद, शराब एवं तंबाकू उत्पादों के दाम 13.1 प्रतिशत बढ़े हैं जबकि ऊर्जा संसाधनों की कीमतों में 41.9 प्रतिशत का उछाल आया है. इस बीच कोविड-19 महामारी के दुष्प्रभावों से उबरने की कोशिश में लगी यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 0.2 प्रतिशत की ही वृद्धि दर हासिल की है. इसके पहले अप्रैल-जून तिमाही में वृद्धि दर 0.8 प्रतिशत रही थी. यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने पिछले हफ्ते एक अनुमान में कहा था कि अगले साल मुद्रास्फीति 5.8 प्रतिशत रह सकती है.
तीन महीने पहले लगाए गए अनुमान में इसके 3.6 प्रतिशत रहने की बात कही गई थी. यूरोप समेत दुनिया के तमाम हिस्सों में इस साल मुद्रास्फीति का उच्च स्तर देखा जा रहा है. अमेरिका और ब्रिटेन में भी मुद्रास्फीति ने पिछले 40 वर्षों के सर्वोच्च स्तर को छू लिया है.
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(पीटीआई-भाषा)