नई दिल्ली : सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (सीबीआई) ने मंगलवार को कथित तौर पर रिश्वतखोरी के मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें गैस ऑथिरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर भी शामिल हैं. इन लोगों पर 50 लाख रुपये की रिश्वतखोरी का आरोप है.
इस मामले से संबंधित एक सीनियर सीबीआई ऑफिसर ने बताया कि चारों गिरफ्तार लोग 50 लाख रुपये की रिश्वतखोरी में संलिप्त हैं. कुछ समय पहले हमें इस मामले में एक शिकायत मिली थी. इसके बाद छानबीन शुरू की गई. शिकायत में बताया गया था कि आरोपी ने कुछ ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए गेल का प्रोजेक्ट (गैस पाइपलाइन परियोजना) देने का वादा किया था और प्रोजेक्ट के बदले रिश्वत की मांग की गई थी.
अधिकारियों ने बताया कि गेल के कार्यकारी निदेशक (परियोजनाएं) के.बी. सिंह (KB Singh) के अलावा चार अन्य लोगों को भी मामले में गिरफ्तार किया गया है, जिसमें वडोदरा की कंपनी ‘एडवांस इंफ्रास्ट्रक्चर’ के निदेशक सुरेंद्र कुमार भी शामिल है. साथ ही सीबीआई इस मामले में दिल्ली, नोएडा और विशाखापत्तनम जैसे लोकेशन की जांच कर रही है.
आरोप है कि रिश्वत दो गेल पाइपलाइन परियोजनाओं (श्रीकाकुलम से अंगुल और विजयपुर से औरैया तक) में एक कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए दी गई थी. अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई को रिश्वत लेने के बारे में सूचना मिली थी, जिसके बाद सोमवार को यह कार्रवाई की गई.
इससे पहले सीबीआई ने इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) के पूर्व सीएमडी अमिताभ बनर्जी के खिलाफ एक केस फाइल की थी. जिन पर IRFC के फंड से गोल्ड और नॉन गोल्ड की वस्तुओं की खरीद और वितरण में अनियमितता की गडबड़ी का आरोप लगा था.
ये भी पढ़ें- |
(एजेंसी इनपुट)