नई दिल्ली: एड-टेक प्लेटफॉर्म बायजू पर मुसीबतों का पहाड़ टूट गया है. एजूकेशन एप बायजू के फाउडर बायजू रवींद्रन ने अपने कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए अपने घर को गिरवी रख दिया है. बायजू रवींद्रन ने पैसे जुटाने के लिए अपना घर और अपने परिवार के सदस्यों के ऑनर वाले घर को गिरवी पर रख दिया है. इन गिरवी रखी गई संपत्तियों में उनके परिवार के स्वामित्व वाले दो घर और 100.07 करोड़ रुपये उधार लेने के लिए संपार्श्विक के रूप में बेंगलुरु में एक निर्माणाधीन विला शामिल है.
पैसे मिलने पर कर्मचारियों को देंगे सैलरी
बता दें कि इन गिरवी रखे हुए घर से लोन मिलने पर बायजू रवींद्रन को थिंक एंड लर्न प्राइवेट के 15,000 कर्मचारियों को सैलरी देने में मदद मिलेगी. पिछले महीने कंपनी ने 2022 के लिए अपने ऑडिट किए गए रिजल्ट की रिपोर्ट जारी की, जिसमें कंपनी ने कहा कि 31 मार्च, 2022 को समाप्त साल के लिए उसके मेन ऑनलाइन शिक्षा बिजनेस के लिए परिचालन घाटा 6 फीसदी गिरकर 24 बिलियन रुपये हो गया है.
ईडी के ओर से मिला नोटिस
पिछले महीने, प्रवर्तन निदेशालय ने 9,362 करोड़ रुपये के कथित विदेशी मुद्रा उल्लंघन पर बायजू रवींद्रन और थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिससे सरकार के राजस्व का नुकसान हुआ था. नोटिस का जवाब देते हुए, बायजू ने कहा था कि उसे नोटिस में जो प्रश्न मिले हैं, वे 'पूरी तरह से तकनीकी प्रकृति के' हैं.