नई दिल्ली : फिनटेक यूनिकॉर्न भारतपे की अक्टूबर में कर पूर्व आय सकारात्मक हो गई और वार्षिक राजस्व 1,500 करोड़ रुपये से अधिक रहा. आंकड़ों का उल्लेख किए बिना भारतपे ने एक बयान में कहा कि इसका श्रेय सभी व्यावसायिक क्षेत्रों में लगातार वृद्धि को जाता है. कंपनी ने कहा कि उसकी कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) अक्टूबर 2023 में सकारात्मक हो गई है. उसका वार्षिक राजस्व 1,500 करोड़ रुपये से अधिक हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष (अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक) की तुलना में 31 प्रतिशत अधिक है.
ऋण क्षेत्र में लगातार वृद्धि
भारतपे के अनुसार, उसने पिछले कई महीनों में अपने ऋण क्षेत्र में लगातार वृद्धि दर्ज की है. अक्टूबर में उसने एनबीएफसी भागीदारों के साथ साझेदारी में अपने व्यापारियों के लिए 640 करोड़ रुपये से अधिक की ऋण सुविधा प्रदान की, जो सालाना आधार पर 36 प्रतिशत की वृद्धि है. वित्त वर्ष 2019 के अंत में इस क्षेत्र में प्रवेश के बाद से भारतपे ने कुल 12,400 करोड़ रुपये से अधिक की ऋण सुविधा प्रदान की है.
कंपनी को शुरु करने के पीछे का लक्ष्य
भारतपे के प्रमुख वित्त अधिकारी (सीएफओ) एवं अंतरिम मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नलिन नेगी ने इस उपलब्धि पर कहा कि भारतपे की शुरुआत देश भर में ऑफलाइन व्यापार करने वाले लाखों लोगों और एमएसएमई (लघु, कुटीर व मझोल उपक्रम) को सर्वोत्तम श्रेणी के फिनटेक उत्पादों के साथ सशक्त बनाने के दृष्टिकोण से की गई थी. यह उपलब्धि हमारे 1.3 करोड़ से अधिक व्यापारी साझेदारों के विशाल नेटवर्क का है जो हम पर भरोसा दर्शाती है. बता दें, भारतपे एक भारतीय फिनटेक कंपनी है जो छोटे व्यापारियों और किराना स्टोरों को डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाएं बेचती है.