नई दिल्ली: बंधन बैंक ने ऑडिट पर स्पष्टिकरण दिया है. बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि कि नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्टी कंपनी एक गारंटी योजना के तहत बैंक द्वारा दायर लोन दावों का ऑडिट कर रही है. हालांकि, बैंक ने स्पष्ट किया कि नियामक ने बैंक का ऑडिट शुरू नहीं किया है, बल्कि केवल पोर्टफोलियो से संबंधित सीजीएफएमयू का दावा किया है. स्पष्टीकरण के बाद, बंधन बैंक के शेयर में बढ़ोतरी हुई है. ऑडिट की खबरों के कारम सोमवार को शेयरों में 7.39 फीसदी की गिरावट आई थी.
बैंक ने दिया ऑडिट को लेकर स्पष्टिकरण
बंधन बैंक ने माइक्रो यूनिट्स के क्रेडिट गारंटी फंड (सीजीएफएमयू) से वसूली की पहली किश्त प्राप्त करने के बाद लगभग 1,290 करोड़ रुपये की दूसरी किश्त के लिए आवेदन किया था. जो एक सरकारी ट्रस्ट फंड है. ये छोटे लेंडर को दिए गए माइक्रोलोन के लिए डिफॉल्ट के खिलाफ भुगतान सुनिश्चित करता है. बैंक ने कहा कि नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्टी कंपनी लिमिटेड (एनसीजीटीसी) ने आवेदन पर प्रारंभिक नमूना ऑडिट किया है. प्रारंभिक ऑडिट के निष्कर्षों के आधार पर, बैंक ने कहा कि उसने एनसीजीटीसी को बैंक द्वारा किए गए दावे के समर्थन में अपनाई गई प्रक्रिया के साथ विस्तृत स्पष्टीकरण दिया है.
कंपनी के शेयर को मिला सपोर्ट
एनसीजीटीसी ने वित्त वर्ष 2020-21 के सीजीएफएमयू पोर्टफोलियो के लिए एक विस्तृत ऑडिट करने का निर्णय लिया है. बैंक ने अपने बयान में कहा, हम यह भी स्पष्ट करना चाहेंगे कि यह नियामक द्वारा शुरू किया गया बैंक का ऑडिट नहीं है. बंधन बैंक ने कहा कि अक्टूबर से दिसंबर की अवधि में वार्षिक आधार पर लोन में 18.6 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि जमा में 14.8 फीसदी की वृद्धि हुई है. दोपहर 12.40 बजे, बंधन बैंकके शेयर 1.63 फीसदी के बढ़ोतरी के साथ 236.90 रुपये पर कारोबार कर रहे है.