नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में चालू साल के पहले नौ माह जनवरी-सितंबर के दौरान 1.5 करोड़ रुपये अधिक कीमत के लक्जरी घरों की बिक्री दोगुना होकर 13,630 इकाई रही है. रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक (Real Estate Consultant Anarock) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. पिछले साल की समान अवधि में दिल्ली-एनसीआर में लक्जरी घरों की बिक्री 6,210 इकाई रही थी. एनारॉक ने सात बड़े शहरों में लक्जरी घरों की बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं.
इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान सात प्रमुख शहरों में लक्जरी आवासीय इकाइयों की बिक्री दोगुना से अधिक होकर 84,400 इकाई रही है, जो पिछले साल की समान अवधि में 39,300 इकाई थी. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि कोविड महामारी के बाद मांग बढ़ने से लक्जरी आवासीय खंड तेजी से बढ़ रहा है. इस खंड में आपूर्ति भी बेहतर हुई है. कोविड के बाद अपना घर रखने की अवधारणा भी मजबूत हुई है. इसके अलावा लोग अब बड़ा और बेहतर घर खरीद रहे हैं.
एनारॉक के आंकड़ों के अनुसार, हैदराबाद में इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान लक्जरी घरों की बिक्री तीन गुना होकर 13,630 इकाई हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,790 इकाई रही थी. समीक्षाधीन अवधि में बेंगलुरु में लक्जरी घरों की बिक्री 3,810 से बढ़कर 9,220 इकाइयों पर पहुंच गई. मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में लक्जरी आवासीय इकाइयों की बिक्री 74 प्रतिशत बढ़कर 20,820 से 36,130 इकाई हो गई. पुणे में लक्जरी घरों की बिक्री 2,350 इकाई से लगभग तीन गुना होकर 6,850 इकाइयों पर पहुंच गई. वहीं, चेन्नई में लक्जरी घरों की बिक्री 1,370 से बढ़कर 3,330 इकाई हो गई.
इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान कोलकाता में लक्जरी घरों की बिक्री 69 प्रतिशत बढ़कर 1,610 इकाई हो गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 950 इकाई थी. सभी मूल्य वर्गों को शामिल करते हुए एनारॉक के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल के पहले नौ माह में इन सात शहरों में कुल 3.49 लाख घर बेचे गए। इसमें लक्जरी घरों की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत थी. पिछले साल इसी अवधि में कुल बिक्री में लक्जरी घरों की हिस्सेदारी सिर्फ 14 प्रतिशत थी.