ETV Bharat / business

मुश्किल में Amway इंडिया, कंपनी के खिलाफ ED ने की बड़ी कार्रवाई

एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड की मुश्किलें बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कंपनी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. पढ़ें पूरी खबर...(ED takes major action against Amway India, Amway India in trouble, Amway India Money Circulation Scheme)

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 21, 2023, 11:59 AM IST

Updated : Nov 21, 2023, 12:27 PM IST

हैदराबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत अभियोजन शिकायत दर्ज की है. शिकायत हैदराबाद में माननीय मेट्रोपॉलिटन सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय (पीएमएलए) की अदालत में दायर की गई है, कोर्ट ने इस शिकायत को संज्ञान में लेते हुए 20 नवंबर को ही कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दे दिया है. बता दें, ईडी की यह जांच भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एमवे और उसके निदेशकों के खिलाफ तेलंगाना पुलिस द्वारा दर्ज की गई विभिन्न एफआईआर से जुड़ी है.

क्या है पूरा मामला?
ईडी ने एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड पर आरोप लगाया है कि एमवे कंपनी सामान बेचने की आड़ में एक अवैध 'मनी सर्कुलेशन स्कीम' को बढ़ावा देने में लगा हुआ है, नए सदस्यों के सरल नामांकन के माध्यम से उच्च कमीशन और प्रोत्साहन का वादा करके जनता को धोखा दे रहा है. बता दें, एमवे इंडिया पर मल्टी-लेवल मार्केटिंग ऑपरेशन चलाने और 2,859 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी कर उसे विदेशी निवेशकों के खातों में जमा करने का आरोप है. ईडी की जांच में यह पता चला है कि एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड की यह स्कीम एक pyramid scheme है. यह स्कीम एक चैन की तरह काम करता है. बता दें, जितने लोग इस स्कीम से जुड़ते है उनकी कमीशन उतनी ही ज्यादा बढ़ती है.

कंपनी ने मनी सर्कुलेशन स्कीम से बनाए करोड़ों रुपये
प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि एमवे ने मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीम का उपयोग करके धोखाधड़ी के माध्यम से 4050.21 करोड़ रुपये कमाए है. ED की जांच से पता चलता है कि कथित तौर पर विभिन्न बहानों के तहत विदेशी निवेशकों के बैंक खातों में 2,859 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की गई. अपनी कार्रवाई के तहत ईडी ने कंपनी की 757.77 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. फिलहाल, इस केस से जुड़ी और जानकारियां प्राप्त करने के लिए ED की जांच लगातार जारी है.

कंपनी ने दी सफाई
ED द्वारा शुरू की गई कार्रवाई के बाद कंपनी ने अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा कि यह मामला साल 2011 की शिकायत से जुड़ा हुआ है. कंपनी की तरफ से ईडी को इस मामले में जांच करने के लिए अपना पूरा सहयोग दिया जा रहा है. जांच एजेंसी ED की तरफ से मांगी गई डिटेल्स को भी कंपनी प्रदान कर रही है. कंपनी ने आगे कहा कि उसने भारत में 25 साल पहले अपने ऑपरेशन को शुरू किया था और वह देश के सभी कानून के प्रति प्रतिबद्ध है. कंपनी के देशभर में 2,500 से ज्यादा कर्मचारी हैं और 5.5 लाख से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं. कंपनी की तरफ से यह भी कहा गया कि कंपनी ED का सहयोग करेगी, साथ-साथ कंपनी अपने सभी लोगों की भलाई ही चाहेगी.

ये भी पढ़ें-

हैदराबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत अभियोजन शिकायत दर्ज की है. शिकायत हैदराबाद में माननीय मेट्रोपॉलिटन सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय (पीएमएलए) की अदालत में दायर की गई है, कोर्ट ने इस शिकायत को संज्ञान में लेते हुए 20 नवंबर को ही कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दे दिया है. बता दें, ईडी की यह जांच भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एमवे और उसके निदेशकों के खिलाफ तेलंगाना पुलिस द्वारा दर्ज की गई विभिन्न एफआईआर से जुड़ी है.

क्या है पूरा मामला?
ईडी ने एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड पर आरोप लगाया है कि एमवे कंपनी सामान बेचने की आड़ में एक अवैध 'मनी सर्कुलेशन स्कीम' को बढ़ावा देने में लगा हुआ है, नए सदस्यों के सरल नामांकन के माध्यम से उच्च कमीशन और प्रोत्साहन का वादा करके जनता को धोखा दे रहा है. बता दें, एमवे इंडिया पर मल्टी-लेवल मार्केटिंग ऑपरेशन चलाने और 2,859 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी कर उसे विदेशी निवेशकों के खातों में जमा करने का आरोप है. ईडी की जांच में यह पता चला है कि एमवे इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड की यह स्कीम एक pyramid scheme है. यह स्कीम एक चैन की तरह काम करता है. बता दें, जितने लोग इस स्कीम से जुड़ते है उनकी कमीशन उतनी ही ज्यादा बढ़ती है.

कंपनी ने मनी सर्कुलेशन स्कीम से बनाए करोड़ों रुपये
प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि एमवे ने मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीम का उपयोग करके धोखाधड़ी के माध्यम से 4050.21 करोड़ रुपये कमाए है. ED की जांच से पता चलता है कि कथित तौर पर विभिन्न बहानों के तहत विदेशी निवेशकों के बैंक खातों में 2,859 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की गई. अपनी कार्रवाई के तहत ईडी ने कंपनी की 757.77 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है. फिलहाल, इस केस से जुड़ी और जानकारियां प्राप्त करने के लिए ED की जांच लगातार जारी है.

कंपनी ने दी सफाई
ED द्वारा शुरू की गई कार्रवाई के बाद कंपनी ने अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा कि यह मामला साल 2011 की शिकायत से जुड़ा हुआ है. कंपनी की तरफ से ईडी को इस मामले में जांच करने के लिए अपना पूरा सहयोग दिया जा रहा है. जांच एजेंसी ED की तरफ से मांगी गई डिटेल्स को भी कंपनी प्रदान कर रही है. कंपनी ने आगे कहा कि उसने भारत में 25 साल पहले अपने ऑपरेशन को शुरू किया था और वह देश के सभी कानून के प्रति प्रतिबद्ध है. कंपनी के देशभर में 2,500 से ज्यादा कर्मचारी हैं और 5.5 लाख से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं. कंपनी की तरफ से यह भी कहा गया कि कंपनी ED का सहयोग करेगी, साथ-साथ कंपनी अपने सभी लोगों की भलाई ही चाहेगी.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : Nov 21, 2023, 12:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.