नई दिल्ली : कर्ज में डूबी कंपनी फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (Future Retail Ltd) के अधिग्रहण के लिए शुरुआती बोली जमा करने वालों में अरबपति कारोबारी गौतम अडाणी और मुकेश अंबानी की फर्मों सहित 13 कंपनियां शामिल हैं (bidders for Future Retail).
अंबानी की रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने ऋणदाताओं को फ्यूचर रिटेल के बकाया की वसूली के लिए शुरू की गई दिवाला कार्रवाई के तहत अभिरुचि पत्र (ईओआई) सौंपा. आरआरवीएल, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की एक अनुषंगी कंपनी है.
अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स और फ्लेमिंगो समूह के एक संयुक्त उद्यम - अप्रैल मून रिटेल प्राइवेट लिमिटेड ने भी एक ईओआई पेश किया. फ्यूचर रिटेल के अधिग्रहण के लिए ईओआई जमा करने की समयसीमा 20 अक्टूबर को खत्म हो गई थी. फ्यूचर रिटेल ने शेयर बाजार को यह जानकारी दी.
बैंकों ने अपने कर्ज की वसूली के लिए फ्यूचर रिटेल को दिवाला कार्रवाई में घसीटा था. इसके ऋणदाताओं ने रिलायंस द्वारा उसकी संपत्ति को 24,713 करोड़ रुपये के हासिल करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. रिलायंस और फ्यूचर रिटेल के बीच हुए इस सौदे को अमेजन ने कानूनी चुनौती भी दी थी.
ईओआई जमा करने वाली अन्य कंपनियों में बूमिडाला एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, कैपरी ग्लोबल होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड, शालीमार कॉरपोरेशन लिमिटेड, नलवा स्टील एंड पावर, यूनाइटेड बायोटेक, डब्ल्यूएचएसमिथ ट्रैवल और यूनाइटेड बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.
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(पीटीआई-भाषा)