नई दिल्ली : अडाणी समूह की कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) की मंजूरी के अनुरूप कराईकल पोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (केपीपीएल) के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली है. एपीएसईजेड ने शनिवार को यह अधिग्रहण पूरा होने की जानकारी दी. कंपनी को इसके पहले केपीपीएल की कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) के अंतर्गत एक सफल समाधान आवेदक घोषित किया गया था.
एपीएसईजेड के संचालन में 14 बंदरगाह : कराईकल पोर्ट पुडुचेरी में गहरे समुद्र में स्थित सभी मौसम के अनुकूल बंदरगाह है. जिसकी माल ढुलाई क्षमता 2.15 करोड़ टन की है. एपीएसईजेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवं पूर्णकालिक निदेशक करण अडाणी ने कहा, 'कराईकल पोर्ट के अधिग्रहण के साथ APSEZ अब देश में कुल 14 बंदरगाहों का संचालन कर रही है. इसे उन्नत करने पर भविष्य में 850 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
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APSEZ के पास 1 करोड़ के शेयर : अडाणी पोर्ट्स ने कहा कि ट्रिब्यूनल का निर्णय कॉर्पोरेट देनदार और उसके कर्मचारियों, सदस्यों, लेनदारों, निदेशकों, गारंटरों, संकल्प आवेदक और समाधान योजना में शामिल अन्य हितधारकों के लिए बाध्यकारी होगा. समाधान योजना के अनुसार, कराईकल पोर्ट ने 31 मार्च को APSEZ को प्रत्येक 10 रुपये के 10 लाख इक्विटी शेयर आवंटित किए, जो कुल मिलाकर 1 करोड़ रुपये हो गए.
समाधान योजना की मंजूरी से पहले कराईकल पोर्ट द्वारा जारी किए गए इक्विटी शेयरों को रद्द कर दिया गया है. इसके साथ, कराईकल पोर्ट एपीएसईजेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बन गई. APSEZ समाधान योजना के तहत वित्तीय लेनदारों को अग्रिम भुगतान के लिए खाते में 1,485 करोड़ रुपये डालेगा.