नई दिल्ली : अडाणी ग्रुप ने अपनी मुश्किलों को कम करने और निवेशकों का भरोसा जितने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने सोमवार को कर्ज पुनर्खरीद कार्यक्रम शुरू किया. इस साल जनवरी में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह ने पहली बार ऋण पुनर्खरीद यानी डेबट पर्चेज शुरू की है.
13 करोड़ डॉलर तक पुनर्खरीद : शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक Adani Ports and Special Economic Zone (APSEZ) ने अपने जुलाई 2024 के बॉन्ड की 13 करोड़ डॉलर तक पुनर्खरीद करने के लिए निविदा (टेंडर) आमंत्रित की है. कंपनी अगली चार तिमाहियों में समान राशि की पुनर्खरीद और करेगी. एपीएसईजेड ने कहा कि उसने अपने 3.375 फीसदी डॉलर मूल्य वर्ग के बॉन्ड के लिए पुनर्खरीद कार्यक्रम शुरू किया है, जिनकी परिपक्वता 2024 में है.
निवेशकों का भरोसा जितने के लिए उठाया कदम : समूह अपनी नकदी की स्थिति को बेहतर साबित कर निवेशकों का भरोसा दोबारा हासिल करने के लिए यह कदम उठा रहा है.
अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग के आरोप : अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अडाणी ग्रुप को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की थी. जिसमें फर्म ने समूह पर खातों में धोखाधड़ी और शेयर कीमतों में हेरा-फेरी जैसे कई गंभीर आरोप लगाए थे. जिन आरोपों को कंपनी ने सिरे से खारिज किया था. लेकिन इन सब के बावजूद के समूह के शेयर धराधड़ गिरने लगे थे. जिसके चलते गौतम अडाणी की नेट वर्थ आधे से कम हो गई.
(पीटीआई- भाषा)
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