नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का अडाणी साम्राज्य पर ऐसा असर हुआ कि उन्हें अपने आगामी कई प्रोजेक्ट्स से कदम पीछे खींचना पड़ा. इसी कड़ी में एक और नया नाम जुड़ गया है. अब अडाणी समूह ने मैक्वेरी (Macquarie) से उसकी सड़क परिसंपत्तियां खरीदने के लिए प्रस्तावित सौदे से पीछे हटने का फैसला किया है.
डील कैंसिल होने की वजह
अडाणी रोड्स ट्रांसपोर्ट लिमिटेड (Adani Roads Transport Ltd) ऑस्ट्रेलियाई निवेशक मैक्वेरी से चार सड़क परिसंपत्तियां खरीदने वाली थी. यह डील 2022 में 3,110 करोड़ रुपये में होनी तय हुई थी. हालांकि अब यह डील नहीं होगी. Adani Group ने सौदे को कैंसिल करने का फैसला लिया है. इसके पीछे ग्रुप ने वजह बताई कि मैक्वेरी ने शेयर खरीद समझौते के हिसाब से तय समय में क्लोजिंग की शर्तों को संतोषजनक तरीके से नहीं पूरा किया. जिसके चलते खरीदार यानी अडाणी ग्रुप शेयर अनुबंध को टर्मिनेट करने का फैसला किया है.
पिछले साल हुई थी डील
दरअसल, अडाणी रोड्स ट्रांसपोर्ट लिमिटेड ने स्वर्ण टोलवे प्राइवेट लिमिटेड (Swarna TollWay Private Ltd) की 100 फीसदी हिस्सेदारी और गुजरात रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड की 56.8 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने के लिए समझौता किया था. यह डील 4 अगस्त 2022 को हुई थी. आपको बता दें कि इन दो कंपनियों के पास गुजरात और आंध्रप्रदेश में 2 टोल सड़क परियोजनाएं हैं.
अडाणी ग्रुप की ये डील हुई कैंसिल
इस साल की शुरुआत में 24 जनवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडाणी ग्रुप को अपने कई प्रोजेक्ट्स से कदम पीछे खींचने पड़ें. जिसमें पहली डील- फरवरी माह में डीबी पावर से थर्मल पावर की संपत्ति को खरीदने की थी, जो अधूरी रह गई. यह सौदा 7,071 करोड़ रुपये में हुआ था. वहीं, ग्रुप को 34,900 करोड़ रुपये की मुंद्रा पेट्रोकेमिकल्स प्रोजेक्ट के प्रस्तावित काम को भी रोकना पड़ा था.