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मुनाफावसूली से शेयर बाजारों में लगातर दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 186 अंक टूटा

निवेशकों की मुनाफावसूली के बीच शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही. कई देशों में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच निवेशक वैश्विक बाजारों में सतर्कता भरे माहौल में जोखिम वाली संपत्तियों में अपना निवेश घटा रहे हैं.

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Published : Jun 29, 2021, 6:54 PM IST

मुंबई : कारोबारियों ने कहा कि रुपये में कमजोरी तथा सरकार के नए प्रोत्साहन पैकेज के वित्तीय प्रभाव से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 185.93 अंक या 0.35 प्रतिशत के नुकसान से 52,549.66 अंक पर आ गया. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 66.25 अंक या 0.42 प्रतिशत टूटकर 15,748.45 अंक पर आ गया.

सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 1.54 प्रतिशत टूट गया. आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज ऑटो, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई तथा मारुति के शेयर भी नुकसान में रहे. वहीं दूसरी ओर पावरग्रिड, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, डॉ. रेड्डीज, नेस्ले इंडिया और इंडसइंड बैंक के शेयर 1.75 प्रतिशत तक चढ़ गए. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सरकार के दबाव वाले क्षेत्रों को उबारने के लिए प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा के बावजूद स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोरी का रुख रहा.

नायर ने कहा कि बाजार में व्यापक बिकवाली के बीच सरकार के समर्थन की वजह से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के शेयर सकारात्मक दायरे में रहे. एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी से प्रभावित क्षेत्रों को राहत के लिए सरकार ने ऋण सुविधा की जो पेशकश की है उससे राजकोषीय घाटा 0.60 प्रतिशत बढ़ेगा. इसके साथ ही बैंकों के पास 70,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता सुविधा उपलब्ध होगी. रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि वित्तीय, वाहन और धातु कंपनियों में मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया.

वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख से भी धारणा प्रभावित हुई. बीएसई मिडकैप और स्मॉल कैप में 0.42 प्रतिशत तक का नुकसान रहा. अन्य एशियाई बाजारों में चीन के शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग के हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और जापान के निक्की में नुकसान रहा. दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में थे.

यह भी पढ़ें-राजनीतिक दलों की आयकर विवरणी मांगने पर आयकर विभाग का विरोधाभासी बयान

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.27 प्रतिशत के नुकसान से 73.94 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया चार पैसे टूटकर 74.23 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया. शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को शुद्ध रूप से 1,658.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

(पीटीआई-भाषा)

मुंबई : कारोबारियों ने कहा कि रुपये में कमजोरी तथा सरकार के नए प्रोत्साहन पैकेज के वित्तीय प्रभाव से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 185.93 अंक या 0.35 प्रतिशत के नुकसान से 52,549.66 अंक पर आ गया. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 66.25 अंक या 0.42 प्रतिशत टूटकर 15,748.45 अंक पर आ गया.

सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 1.54 प्रतिशत टूट गया. आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज ऑटो, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई तथा मारुति के शेयर भी नुकसान में रहे. वहीं दूसरी ओर पावरग्रिड, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एनटीपीसी, डॉ. रेड्डीज, नेस्ले इंडिया और इंडसइंड बैंक के शेयर 1.75 प्रतिशत तक चढ़ गए. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि सरकार के दबाव वाले क्षेत्रों को उबारने के लिए प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा के बावजूद स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोरी का रुख रहा.

नायर ने कहा कि बाजार में व्यापक बिकवाली के बीच सरकार के समर्थन की वजह से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के शेयर सकारात्मक दायरे में रहे. एसबीआई रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी से प्रभावित क्षेत्रों को राहत के लिए सरकार ने ऋण सुविधा की जो पेशकश की है उससे राजकोषीय घाटा 0.60 प्रतिशत बढ़ेगा. इसके साथ ही बैंकों के पास 70,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता सुविधा उपलब्ध होगी. रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि वित्तीय, वाहन और धातु कंपनियों में मुनाफावसूली से बाजार नीचे आया.

वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख से भी धारणा प्रभावित हुई. बीएसई मिडकैप और स्मॉल कैप में 0.42 प्रतिशत तक का नुकसान रहा. अन्य एशियाई बाजारों में चीन के शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग के हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और जापान के निक्की में नुकसान रहा. दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार लाभ में थे.

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इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.27 प्रतिशत के नुकसान से 73.94 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया चार पैसे टूटकर 74.23 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया. शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को शुद्ध रूप से 1,658.72 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

(पीटीआई-भाषा)

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