मुंबई : शेयर बाजार में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 1,024 अंक का गोता लगाकर 58,000 अंक के नीचे बंद हुआ. मुद्रास्फीति में वृद्धि के बीच विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा नीतिगत रुख कड़ा किए जाने से निवेशक चिंतित हैं, जिसका असर बाजार पर दिखा. कारोबारियों के अनुसार, विदेशी निवेशकों की बाजार से पूंजी निकासी जारी रहने को लेकर चिंता से भी बाजार धारणा पर असर पड़ा.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,023.63 अंक यानी 1.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 57,621.19 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 302.70 अंक यानी 1.73 प्रतिशत लुढ़ककर 17,213.60 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स में पिछले तीन कारोबारी सत्रों में 1,937.14 अंक की गिरावट आ चुकी है. इससे बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.82 लाख करोड़ रुपये घटा है.
सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी बैंक 3.65 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्वाधिक नुकसान में रहा. इसके अलावा बजाज फाइनेंस, एलएंडटी, एचडीएफसी, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी लि. कोटक बैंक और विप्रो में भी प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की गई. दूसरी तरफ केवल पांच शेयरों... पावरग्रिड, एनटीपीसी, टाटा स्टील, एसबीआई और अल्ट्राटेक सीमेंट लाभ में रहे. इनमें 1.88 प्रतिशत तक की तेजी रही. सेंसेक्स के शेयरों में 25 नुकसान में जबकि पांच लाभ में रहे.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले घरेलू बाजारों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. एफआईआई की बिकवाली और कमजोर वैश्विक रुख के बीच यह गिरावट आई. अमेरिकी शेयर बाजारों में भी दबाव रहा क्योंकि वहां बेहतर रोजगार के आंकड़ों से फेडरल बैंक के उम्मीद के मुकाबले तेजी से ब्याज दर बढ़ाये जाने की आशंका है.'
उन्होंने कहा, 'घरेलू बाजार में आशंका है कि रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति में तेजी और दुनिया के अन्य केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि को देखते हुए नीतिगत दर बढ़ा सकता है। इससे बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है.'
महाराष्ट्र में महान गायिका लता मंगेशकर के निधन के शोक में सात फरवरी को राजकीय अवकाश के कारण मौद्रिक नीति समिति की 7-9 फरवरी को होने वाली बैठक अब 8-10 फरवरी को होगी. मौद्रिक नीति बैठक के नतीजों की घोषणा 10 फरवरी को की जाएगी. एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट लाभ में रहे.
यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के कारोबार में तेजी रही. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.29 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. मुद्रा बाजार सोमवार को बंद रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक शुद्ध बिकवाल बने हुए हैं और उन्होंने शुक्रवार को 2,267.86 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.
(पीटीआई-भाषा)