नई दिल्ली: यूएनडीपी और इन्वेस्टइंडिया ने भारत के लिए एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) इनवेस्टर मैप (निवेशक मानचित्र) लॉन्चकिया है. इसमें सतत विकास लक्ष्य में सक्षम 6 महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निवेश अवसर वाले 18 क्षेत्र दिखाये गये हैं.
इन्वेस्ट इंडिया के सीईओ तथा एमडी दीपक बागला ने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर सतत विकास लक्ष्य की सफलता निर्धारित करने में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. ये सक्षम क्षेत्र भारत को सतत विकास की दिशा में ले जाने में मदद करेंगे. उन्होंने भारत के लिए एसडीजी निवेशक मानचित्र विकसित करने के लिए यूएनडीपी इंडिया के साथ सहयोग पर प्रसन्नता व्यक्त की. भारत के विकास की राह में यह कदम महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि यह मानचित्र बहुत अच्छे समय में आया है. हमें आशा है कि डाटा समर्थित अनुसंधान और पारखी नजर से हमें यह समझने में मदद मिलेगी कि कैसे सबसे अच्छे तरीके से भारत में एसडीजी फाइनेंसिंग अंतर को कम किया जाए.
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यूएनडीपी इंडिया के रेजिडेंट प्रतिनिधि शोको नोदा ने कहा कि भारत के लिए महत्वपूर्ण समय पर यह मानचित्र आया है. कोविड-19 महामारी फैलने से भारत में एसडीजी के लिए वित्त पोषण अंतर काफी बढ़ा है और कई दशक की विकास प्रक्रिया धीमी हो गई है.
उन्होंने कहा कि इस समय एसडीजी सक्षम क्षेत्रों में निवेश करना महत्वपूर्ण है. इस निवेश से हमारी अर्थव्यवस्था और हमारा समाज अधिक दृढ़ और स्थिर होगा. उत्पादकता बढ़ाना,टैक्नोलॉजी अपनाना और समावेश बढ़ाना तीन महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिनका उपयोग मानचित्रों में किया गया है, ताकि निवेशकों के लिए सर्वाधिक आकर्षक क्षेत्रों को चिन्ह्ति किया जा सके.
एसडीजी इन्वेस्टर मैप की प्रमुख विशेषताएं :
- निवेश अवसर वाले 18 क्षेत्रों (आईओए) में से 10 पहले से ही निवेश योग्य परिपक्व क्षेत्र हैं. जिनकी प्राइवेट इक्विटी और उद्यम पूंजी गतिविधि मजबूत रही है. निवेश अवसर वाले इन क्षेत्रों की कंपनियां लाभ की संभावना दिखाती हैं. शेष 8 आईओए उभरते अवसरों वाले क्षेत्र हैं और इन क्षेत्रों में प्रारम्भिक चरण के निवेशकों के खिंचाव को देखा है.
- मानचित्र में चिन्ह्ति आठ सफेद स्थान दिखाए गए हैं. इन स्थानों पर निवेशक की दिलचस्पी रही है और इनमें 5-6 वर्षों के अंदर आईओए बन जाने की क्षमता है. लेकिन इसके आगे नीति समर्थन और नीति क्षेत्र की भागीदारी जरूरी है, ताकि इसे वाणिज्यिक रूप से आकर्षक क्षेत्र बनाया जा सके.
- चिन्हित लगभग 50 प्रतिशत आईओए में ऐतिहासिक रूप से निवेश होता रहा हैं और निवेश से 20 प्रतिशत अधिक आईआरआर की प्राप्ति हुई है.
- 84 प्रतिशत आईओए के निवेश की समय सीमा है. यह सीमा अल्पावधि (5 वर्ष से कम) और मध्यम अवधि (5 से 15 वर्ष के बीच) की है.