नई दिल्ली: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जतायी कि ब्रिटेन वृहत मुक्त व्यापार समझौते की रूपरेखा के तहत शीघ्र फल के लिए कुछ वस्तुओं पर सीमा शुल्क में उल्लेखनीय कटौती के भारत के आग्रह को स्वीकार करेगा. दोनों देश अभी समझौते पर काम कर रहे हैं.
उद्योग मंडल सीआईआई के एक सम्मेलन में उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि जिस मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हम काम कर रहे हैं, उसकी रूपरेखा के अंतर्गत कुछ वस्तुओं पर सीमा शुल्क में उल्लेखनीय कटौती के प्रस्ताव को ब्रिटेन स्वीकार करेगा."
उन्होंने कहा कि इस कदम से दोनों देशों को लाभ होगा.
व्यापक व्यापार भागीदारी में निवेश पर विचार
मंत्री ने कहा, "हम वस्तुओं और सेवाओं के क्षेत्र में व्यापार की संभावनाओं पर गौर कर रहे हैं. हम व्यापक व्यापार भागीदारी में निवेश पर भी विचार कर रहे हैं. हम इस बात पर गौर कर रहे हैं कि क्या इसे हम कुछ वस्तुओं पर फिलहाल लागू (अर्ली हार्वेस्ट) कर सकते हैं."
यह पूछे जाने पर कि क्या एफटीए पर बातचीत को पूरा करने के लिये कोई समयसीमा है, उन्होंने कहा कि इस बारे में हो रही बातचीत की प्रकृति जटिल है. देश पर आने वाले कई साल तक इसका प्रभाव होता है.
एफटीए पर सावधानी से विचार की जरूरत
गोयल ने कहा, "पिछले अनुभवों को देखते हुए, हमें प्रत्येक एफटीए को बड़ी सावधानी के साथ विचार करने की जरूरत है."
हालांकि उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष बातचीत में तेजी लाने पर गौर कर रहे हैं. कार्यक्रम में ब्रिटेन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री एलिजाबेथ ट्रुस ने कहा कि रूपरेखा के तहत दोनों पक्ष व्यापार भागीदारी पर काम कर रहे हैं. यह रूपरेखा आगे एफटीए का रास्ता साफ करेगा.
उन्होंने कहा, "एफटीए के मामले में हमने प्रगति की है लेकिन अभी और किया जाना है. हमें यह सुनिश्चित करना है कि यह किस प्रकार कारोबार करने के लिये आसान और बेहतर हो सकता है."
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