नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है. यह कटौती हर अवधि के कर्ज पर ब्याज दर के संबंध में है. नयी दर शुक्रवार से ही प्रभावी हो गयी है.
इस कटौती के बाद बैंक की एक साल के ऋण पर एमसीएलआर 8.50 प्रतिशत से घटकर 8.45 प्रतिशत फीसदी हो गयी है.
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एसबीआई ने विज्ञप्ति जारी कर कहा, "10 मई, 2019 से एमसीएलआर से जुड़े सभी कर्जों के ब्याज दर में पांच आधार अंक की कटौती की गयी है." यह एक महीने में यह दूसरा मौका है जब बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है. आरबीआई की अप्रैल में जारी मौद्रिक नीति के बाद भी एमसीएलआर में 0.05 प्रतिशत की कटौती की गयी थी.
बैंक ने कहा है कि शुक्रवार को एमसीएलआर में की गयी कटौती के बाद 10 अप्रैल, 2019 से अब तक गृह ऋण पर ब्याज दर में 0.15 प्रतिशत तक की कमी आई है.
एसबीआई ने आरबीआई की मौद्रिक नीति में दर में परिवर्तन के प्रभाव को ग्राहकों तक बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए एक मई से एक लाख रुपये से अधिक के कर्ज और ओवर ड्राफ्ट की दरों को रेपो दर से जोड़ दिया है.
स्टेट बैंक का कर्ज होगा सस्ता, एक महीने में दूसरी बार एमसीएलआर में दूसरी बार कटौती
एसबीआई ने विज्ञप्ति जारी कर कहा, "10 मई, 2019 से एमसीएलआर से जुड़े सभी कर्जों के ब्याज दर में पांच आधार अंक की कटौती की गयी है." यह एक महीने में यह दूसरा मौका है जब बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है.
नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है. यह कटौती हर अवधि के कर्ज पर ब्याज दर के संबंध में है. नयी दर शुक्रवार से ही प्रभावी हो गयी है.
इस कटौती के बाद बैंक की एक साल के ऋण पर एमसीएलआर 8.50 प्रतिशत से घटकर 8.45 प्रतिशत फीसदी हो गयी है.
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एसबीआई ने विज्ञप्ति जारी कर कहा, "10 मई, 2019 से एमसीएलआर से जुड़े सभी कर्जों के ब्याज दर में पांच आधार अंक की कटौती की गयी है." यह एक महीने में यह दूसरा मौका है जब बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है. आरबीआई की अप्रैल में जारी मौद्रिक नीति के बाद भी एमसीएलआर में 0.05 प्रतिशत की कटौती की गयी थी.
बैंक ने कहा है कि शुक्रवार को एमसीएलआर में की गयी कटौती के बाद 10 अप्रैल, 2019 से अब तक गृह ऋण पर ब्याज दर में 0.15 प्रतिशत तक की कमी आई है.
एसबीआई ने आरबीआई की मौद्रिक नीति में दर में परिवर्तन के प्रभाव को ग्राहकों तक बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए एक मई से एक लाख रुपये से अधिक के कर्ज और ओवर ड्राफ्ट की दरों को रेपो दर से जोड़ दिया है.
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नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.05 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है. यह कटौती हर अवधि के कर्ज पर ब्याज दर के संबंध में है. नयी दर शुक्रवार से ही प्रभावी हो गयी है.
इस कटौती के बाद बैंक की एक साल के ऋण पर एमसीएलआर 8.50 प्रतिशत से घटकर 8.45 प्रतिशत फीसदी हो गयी है.
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एसबीआई ने विज्ञप्ति जारी कर कहा, "10 मई, 2019 से एमसीएलआर से जुड़े सभी कर्जों के ब्याज दर में पांच आधार अंक की कटौती की गयी है." यह एक महीने में यह दूसरा मौका है जब बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की है. आरबीआई की अप्रैल में जारी मौद्रिक नीति के बाद भी एमसीएलआर में 0.05 प्रतिशत की कटौती की गयी थी.
बैंक ने कहा है कि शुक्रवार को एमसीएलआर में की गयी कटौती के बाद 10 अप्रैल, 2019 से अब तक गृह ऋण पर ब्याज दर में 0.15 प्रतिशत तक की कमी आई है.
एसबीआई ने आरबीआई की मौद्रिक नीति में दर में परिवर्तन के प्रभाव को ग्राहकों तक बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए एक मई से एक लाख रुपये से अधिक के कर्ज और ओवर ड्राफ्ट की दरों को रेपो दर से जोड़ दिया है.
Conclusion: