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झटका: तीन साल के उच्चस्तर 5.54 फीसदी पर पहुंची खुदरा महंगाई दर - मौद्रिक नीति

खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि से खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर आ गई. यह तीन साल का उच्चतम स्तर है. गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है.

खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंची
खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंची
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Published : Dec 12, 2019, 5:34 PM IST

Updated : Dec 12, 2019, 7:21 PM IST

नई दिल्ली: खाने पीने की वस्तुओं के दाम चढ़ने से नवंबर माह में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंच गई. यह इसका तीन साल का उच्चस्तर है.

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इसी साल अक्टूबर में 4.62 प्रतिशत और नवंबर, 2018 में 2.33 प्रतिशत रही थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार माह के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 10.01 प्रतिशत पर पहुंच गई.

खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंची
खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंची

ये भी पढ़ें- दास का एक साल: आरबीआई गवर्नर का सबको साथ लेकर चलने के मंत्र पर भरोसा

अक्टूबर में यह 7.89 प्रतिशत तथा एक साल पहले इसी महीने में 2.61 प्रतिशत थी. इससे पहले जुलाई, 2016 में खुदरा मुद्रास्फीति 6.07 प्रतिशत दर्ज की गई थी.

रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा में मुख्यत: खुदरा मुद्रास्फीति पर ही गौर करता है और रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के आस-पास दो प्रतिशत ऊपर और दो प्रतिशत नीचे के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया गया है.

नई दिल्ली: खाने पीने की वस्तुओं के दाम चढ़ने से नवंबर माह में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंच गई. यह इसका तीन साल का उच्चस्तर है.

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इसी साल अक्टूबर में 4.62 प्रतिशत और नवंबर, 2018 में 2.33 प्रतिशत रही थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार माह के दौरान खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 10.01 प्रतिशत पर पहुंच गई.

खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंची
खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 5.54 प्रतिशत पर पहुंची

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अक्टूबर में यह 7.89 प्रतिशत तथा एक साल पहले इसी महीने में 2.61 प्रतिशत थी. इससे पहले जुलाई, 2016 में खुदरा मुद्रास्फीति 6.07 प्रतिशत दर्ज की गई थी.

रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की समीक्षा में मुख्यत: खुदरा मुद्रास्फीति पर ही गौर करता है और रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के आस-पास दो प्रतिशत ऊपर और दो प्रतिशत नीचे के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया गया है.

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खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में 

नई दिल्ली: खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि से खुदरा मुद्रास्फीति नवबंर महीने में बढ़कर 3.05 प्रतिशत पर आ गई. यह सात महीने का उच्चतम स्तर है. गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी है. 

पिछले महीने खाद्य पदार्थों के ऊंचे दाम से अक्टूबर महीने में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 4.62 प्रतिशत पर पहुंच गयी थी. इससे पहले नवबंर 2018 में खुदरा मुद्रास्फीति 4.87 प्रतिशत पर थी. 

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रिजर्व बैंक द्वैमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा में मुख्यत: खुदरा मुद्रास्फीति पर ही गौर करता है और रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के आस-पास दो प्रतिशत ऊपर और दो प्रतिशत नीचे के दायरे में रखने का लक्ष्य दिया गया है.

 


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Last Updated : Dec 12, 2019, 7:21 PM IST
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