मामल्लापुरम: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आज दूसरे दिन शनिवार को इस तटीय शहर में अनौपचारिक शिखर वार्ता हुई.
इस दौरान मोदी और शी ने अपने-अपने विचार साझा किए और जटिल मामलों समेत कई विषयों पर बातचीत की. दोनों नेताओं के बीच आज लगभग 90 मिनट तक बातचीत हुई. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई और फिर दोपहर के भोजन की मेजबानी पीएम मोदी ने की. इस शिखर बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच एक से एक घंटे की कुल 6 बैठकें हुईं.
विदेश सचिव विजय गोखले ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दोनों नेताओं के बीच काफी सकारात्मक बातचीत हुई. बैठक में शी और मोदी ने कहा कि दोनों देशों को अपने भविष्य देखने की जरूरत है.
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बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी ने कहा कि वह व्यापार घाटे को कम करने के लिए ठोस उपाय करने के लिए तैयार है. इसके साथ ही शी ने आश्वासन दिया कि क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) पर भारत की चिंताओं पर चर्चा की जाएगी.
विदेश सचिव ने बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश से संबंधित मुद्दों के लिए एक विशेष मेकैनिज्म बनेगा जिसमें भारत की वित्त मंत्री और चीन के उप प्रधानमंत्री होंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और शी दोनों ने नियम आधारित वैश्विक व्यापार प्रणाली के महत्व पर जोर दिया.
यह शिखर वार्ता ऐसे समय में हो रही है जब जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लेने के भारत के फैसले पर दो एशियाई देशों के बीच तनाव कायम हैं.