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भारत के सकल घरेलू उत्पाद में पहली तिमाही में 20 प्रतिशत संकुचन का अनुमान: केयर रेटिंग - कोरोना वायरस

केयर रेटिंग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन के प्रतिकूल प्रभावों के चलते पहली तिमाही के आर्थिक प्रदर्शन को लेकर अनिश्चितताएं हैं. पर हम इन प्रतिकूल प्रभावों को ध्यान में रखते हुए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 20 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं.

भारत के सकल घरेलू उत्पाद में पहली तिमाही में 20 प्रतिशत संकुचन का अनुमान: केयर रेटिंग
भारत के सकल घरेलू उत्पाद में पहली तिमाही में 20 प्रतिशत संकुचन का अनुमान: केयर रेटिंग
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Published : Aug 19, 2020, 9:59 PM IST

नई दिल्ली: केयर रेटिंग का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत की भारी गिरावट आ सकती है.

कोरोना वायरस संक्रमण और उसकी रोक थाम के लिए मार्च से लागू सार्वजनिक पाबंदियों क चलते आर्थिक कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय अप्रैल-जून 2020-21 के जीडीपी के आंकड़े 31 अगस्त को जारी करने वाला है. उसमें कोविड-19 के आर्थिक दुष्प्रभाव झलकेंगे.

केयर रेटिंग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन के प्रतिकूल प्रभावों के चलते पहली तिमाही के आर्थिक प्रदर्शन को लेकर अनिश्चितताएं हैं. पर हम इन प्रतिकूल प्रभावों को ध्यान में रखते हुए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 20 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें: यात्रा डॉट कॉम ने अमेजन बिजनेस के साथ हाथ मिलाया

रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की अर्थव्यवस्था में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में चालू वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही में करीब 19.9 प्रतिशत का संकुचन दिख सकता है. इस दौरान कृषि, वानिकी, मत्स्यपालन और लोक प्रशासन, रक्षा और अन्य सेवाओं के क्षेत्र में वृद्धि और बाकी क्षेत्रों में संकुचन रहने का अनुमान है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: केयर रेटिंग का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत की भारी गिरावट आ सकती है.

कोरोना वायरस संक्रमण और उसकी रोक थाम के लिए मार्च से लागू सार्वजनिक पाबंदियों क चलते आर्थिक कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय अप्रैल-जून 2020-21 के जीडीपी के आंकड़े 31 अगस्त को जारी करने वाला है. उसमें कोविड-19 के आर्थिक दुष्प्रभाव झलकेंगे.

केयर रेटिंग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन के प्रतिकूल प्रभावों के चलते पहली तिमाही के आर्थिक प्रदर्शन को लेकर अनिश्चितताएं हैं. पर हम इन प्रतिकूल प्रभावों को ध्यान में रखते हुए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 20 प्रतिशत गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं.

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रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की अर्थव्यवस्था में सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में चालू वित्त वर्ष की प्रथम तिमाही में करीब 19.9 प्रतिशत का संकुचन दिख सकता है. इस दौरान कृषि, वानिकी, मत्स्यपालन और लोक प्रशासन, रक्षा और अन्य सेवाओं के क्षेत्र में वृद्धि और बाकी क्षेत्रों में संकुचन रहने का अनुमान है.

(पीटीआई-भाषा)

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