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भारत के बैंकों में 124.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति: रिजर्व बैंक

एक साल पहले आलोच्य पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया उधार 85.17 लाख करोड़ रुपये और बैंकों में जमा राशि 113.81 लाख करोड़ रुपये थी.

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Published : May 9, 2019, 11:59 PM IST

भारत के बैंकों के पास 124.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति, जानिए कितना है कर्ज: रिजर्व बैंक

मुंबई: बैंकों के ऋण और जमा की वृद्धि की दर घटी है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 26 अप्रैल को समाप्त पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया उधार 12.95 की वृद्धि के साथ 96.21 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इस दौरान बैंकों के पास जमा राशि 9.71 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 124.86 लाख करोड़ रुपये रही.

इससे पिछले पखवाड़े बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि दर 14.19 प्रतिशत तथा जमा की वृद्धि दर 10.60 प्रतिशत थी.

ये भी पढ़ें- चीन के बाजार में अपने कृषि और दुग्ध उत्पादों के लिए अधिक जगह चाहता है भारत

एक साल पहले आलोच्य पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया उधार 85.17 लाख करोड़ रुपये और बैंकों में जमा राशि 113.81 लाख करोड़ रुपये थी.

मार्च, 2019 की समाप्ति पर बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि सालाना आधार पर 13.24 प्रतिशत और जमाओं में वृद्धि 10.03 प्रतिशत थी.

सालना आधार पर गैर खाद्य ऋण में वृद्धि मार्च के अंत में 12.3 प्रतिशत रही. एक साल पहले इसी समय गैर खाद्य रिण में वृद्धि उससे एक साल पहले की तुलना में 8.4 प्रतिशत थी. कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण की वृद्धि दर इस दौरान दोगुना से अधिक होकर 3.8 की तुलना में 7.9 प्रतिशत पर पहुंच गई.

सेवा क्षेत्र के लिए ऋण की वृद्धि दर मार्च के अंत में 17.8 प्रतिशत रही. एक साल पहले यह 13.8 प्रतिशत रही. इसी दौरान उद्योगों के लिए ऋण की वृद्धि 6.9 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले केवल 0.7 प्रतिशत थी.

व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि दर हालांकि इस दौरान मामूली घटकर 16.4 प्रतिशत पर आ गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 17.8 प्रतिशत थी.

मुंबई: बैंकों के ऋण और जमा की वृद्धि की दर घटी है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 26 अप्रैल को समाप्त पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया उधार 12.95 की वृद्धि के साथ 96.21 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इस दौरान बैंकों के पास जमा राशि 9.71 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 124.86 लाख करोड़ रुपये रही.

इससे पिछले पखवाड़े बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि दर 14.19 प्रतिशत तथा जमा की वृद्धि दर 10.60 प्रतिशत थी.

ये भी पढ़ें- चीन के बाजार में अपने कृषि और दुग्ध उत्पादों के लिए अधिक जगह चाहता है भारत

एक साल पहले आलोच्य पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया उधार 85.17 लाख करोड़ रुपये और बैंकों में जमा राशि 113.81 लाख करोड़ रुपये थी.

मार्च, 2019 की समाप्ति पर बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि सालाना आधार पर 13.24 प्रतिशत और जमाओं में वृद्धि 10.03 प्रतिशत थी.

सालना आधार पर गैर खाद्य ऋण में वृद्धि मार्च के अंत में 12.3 प्रतिशत रही. एक साल पहले इसी समय गैर खाद्य रिण में वृद्धि उससे एक साल पहले की तुलना में 8.4 प्रतिशत थी. कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण की वृद्धि दर इस दौरान दोगुना से अधिक होकर 3.8 की तुलना में 7.9 प्रतिशत पर पहुंच गई.

सेवा क्षेत्र के लिए ऋण की वृद्धि दर मार्च के अंत में 17.8 प्रतिशत रही. एक साल पहले यह 13.8 प्रतिशत रही. इसी दौरान उद्योगों के लिए ऋण की वृद्धि 6.9 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले केवल 0.7 प्रतिशत थी.

व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि दर हालांकि इस दौरान मामूली घटकर 16.4 प्रतिशत पर आ गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 17.8 प्रतिशत थी.

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भारत के बैंकों के पास 124.86 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति, जानिए कितना है कर्ज: रिजर्व बैंक 

मुंबई: बैंकों के ऋण और जमा की वृद्धि की दर घटी है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 26 अप्रैल को समाप्त पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया उधार 12.95 की वृद्धि के साथ 96.21 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इस दौरान बैंकों के पास जमा राशि 9.71 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 124.86 लाख करोड़ रुपये रही. 

इससे पिछले पखवाड़े बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि दर 14.19 प्रतिशत तथा जमा की वृद्धि दर 10.60 प्रतिशत थी. 

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एक साल पहले आलोच्य पखवाड़े में बैंकों द्वारा दिया गया उधार 85.17 लाख करोड़ रुपये और बैंकों में जमा राशि 113.81 लाख करोड़ रुपये थी. 

मार्च, 2019 की समाप्ति पर बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि सालाना आधार पर 13.24 प्रतिशत और जमाओं में वृद्धि 10.03 प्रतिशत थी. 

सालना आधार पर गैर खाद्य ऋण में वृद्धि मार्च के अंत में 12.3 प्रतिशत रही. एक साल पहले इसी समय गैर खाद्य रिण में वृद्धि उससे एक साल पहले की तुलना में 8.4 प्रतिशत थी. कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण की वृद्धि दर इस दौरान दोगुना से अधिक होकर 3.8 की तुलना में 7.9 प्रतिशत पर पहुंच गई. 

सेवा क्षेत्र के लिए ऋण की वृद्धि दर मार्च के अंत में 17.8 प्रतिशत रही. एक साल पहले यह 13.8 प्रतिशत रही. इसी दौरान उद्योगों के लिए ऋण की वृद्धि 6.9 प्रतिशत रही, जो एक साल पहले केवल 0.7 प्रतिशत थी. 

व्यक्तिगत ऋण की वृद्धि दर हालांकि इस दौरान मामूली घटकर 16.4 प्रतिशत पर आ गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 17.8 प्रतिशत थी. 


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