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भारत और इटली को द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिए करने चाहिए सम्मिलित प्रयास : प्रभु - प्रतिस्पर्धी पारिश्रमिक दर

प्रभु ने कहा कि इटली पहले से विनिर्माण, डिजाइन एवं नवोन्मेष और कौशल प्रशिक्षण क्षेत्र में मजबूत है जबकि भारत के पास कुशल मानव संसाधन, प्रतिस्पर्धी पारिश्रमिक दर और चमड़ा, रत्न एवं आभूषण, वाहन कलपुर्जे और कपड़ा जैसे क्षेत्रों में बढ़त हासिल है.

भारत और इटली
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Published : Feb 27, 2019, 11:51 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को कहा भारत और इटली को द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए मिलकर प्रयास करने चाहिए. भारत का इटली के साथ व्यापार 2017-18 में बढ़कर 10.42 अरब डॉलर हो गया जो 2016-17 में 8.80 अरब डॉलर था.

प्रभु ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों के उद्योगों के पास साझेदारी और सहयोग की अपार संभावनाएं हैं. यूरोपीय संघ में इटली भारत का पांचवा और विश्व में 25वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. प्रभु ने कहा कि इटली पहले से विनिर्माण, डिजाइन एवं नवोन्मेष और कौशल प्रशिक्षण क्षेत्र में मजबूत है जबकि भारत के पास कुशल मानव संसाधन, प्रतिस्पर्धी पारिश्रमिक दर और चमड़ा, रत्न एवं आभूषण, वाहन कलपुर्जे और कपड़ा जैसे क्षेत्रों में बढ़त हासिल है.

ये भी पढ़ें-केवाईसी मैपिंग के लिए चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग करने की अनुमति चाहता है पेमेंट्स उद्योग

प्रभु ने इटली से देश में निवेश करने का भी आग्रह किया. अप्रैल 2000 से दिसंबर 2018 के बीच इटली से 2.72 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है. इटली के उप आर्थिक विकास मंत्री माइकल गेरासी ने कहा कि इतालवी कंपनिया भारत में निवेश करने की इच्छुक हैं. दोनों मंत्री यहां दो दिन चले 'आर्थिक सहयोग के लिए भारत-इटली संयुक्त आयोग' की बैठक में बोल रहे थे. यह बैठक बुधवार को समाप्त हो गई.

(भाषा)

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नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को कहा भारत और इटली को द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए मिलकर प्रयास करने चाहिए. भारत का इटली के साथ व्यापार 2017-18 में बढ़कर 10.42 अरब डॉलर हो गया जो 2016-17 में 8.80 अरब डॉलर था.

प्रभु ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों के उद्योगों के पास साझेदारी और सहयोग की अपार संभावनाएं हैं. यूरोपीय संघ में इटली भारत का पांचवा और विश्व में 25वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. प्रभु ने कहा कि इटली पहले से विनिर्माण, डिजाइन एवं नवोन्मेष और कौशल प्रशिक्षण क्षेत्र में मजबूत है जबकि भारत के पास कुशल मानव संसाधन, प्रतिस्पर्धी पारिश्रमिक दर और चमड़ा, रत्न एवं आभूषण, वाहन कलपुर्जे और कपड़ा जैसे क्षेत्रों में बढ़त हासिल है.

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प्रभु ने इटली से देश में निवेश करने का भी आग्रह किया. अप्रैल 2000 से दिसंबर 2018 के बीच इटली से 2.72 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है. इटली के उप आर्थिक विकास मंत्री माइकल गेरासी ने कहा कि इतालवी कंपनिया भारत में निवेश करने की इच्छुक हैं. दोनों मंत्री यहां दो दिन चले 'आर्थिक सहयोग के लिए भारत-इटली संयुक्त आयोग' की बैठक में बोल रहे थे. यह बैठक बुधवार को समाप्त हो गई.

(भाषा)

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भारत, इटली को द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के लिए करने चाहिए सम्मिलित प्रयास : प्रभु

नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को कहा भारत और इटली को द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए मिलकर प्रयास करने चाहिए. भारत का इटली के साथ व्यापार 2017-18 में बढ़कर 10.42 अरब डॉलर हो गया जो 2016-17 में 8.80 अरब डॉलर था.

प्रभु ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों के उद्योगों के पास साझेदारी और सहयोग की अपार संभावनाएं हैं. यूरोपीय संघ में इटली भारत का पांचवा और विश्व में 25वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. प्रभु ने कहा कि इटली पहले से विनिर्माण, डिजाइन एवं नवोन्मेष और कौशल प्रशिक्षण क्षेत्र में मजबूत है जबकि भारत के पास कुशल मानव संसाधन, प्रतिस्पर्धी पारिश्रमिक दर और चमड़ा, रत्न एवं आभूषण, वाहन कलपुर्जे और कपड़ा जैसे क्षेत्रों में बढ़त हासिल है. 

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प्रभु ने इटली से देश में निवेश करने का भी आग्रह किया. अप्रैल 2000 से दिसंबर 2018 के बीच इटली से 2.72 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया है. इटली के उप आर्थिक विकास मंत्री माइकल गेरासी ने कहा कि इतालवी कंपनिया भारत में निवेश करने की इच्छुक हैं. दोनों मंत्री यहां दो दिन चले 'आर्थिक सहयोग के लिए भारत-इटली संयुक्त आयोग' की बैठक में बोल रहे थे. यह बैठक बुधवार को समाप्त हो गई.

(भाषा) 


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