नई दिल्ली: देश के भीतर और बाहर बेहिसाब धन का आकलन करना कठिन है, हालांकि कुछ अध्ययनों के अनुमान के मुताबिक अवैध वित्तीय प्रवाह के रूप में बेहिसाब आय का 10 फीसदी देश के बाहर चला जाता है. यह बात संसद की एक समिति ने कही है.
वित्तीय मामलों की संसद की स्थाई समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा, "देश के भीतर और बाहर बेहिसाब आय और धन का विश्वसनीय आकलन भारत के संदर्भ में सहज प्रतीत नहीं होता है."
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देश के भीतर और बाहर दोनों में बेहिसाब आय/धन की स्थिति पर एक अहम विश्लेषण रिपोर्ट सोमवार को संसद में पेश की गई. संस्थानों द्वारा करवाए गए अध्ययन में देश के बाहर बेहिसाब धन का आकलन किया गया है.
राजस्व सचिव अजय पांडेय द्वारा समिति के समक्ष दिए गए मौखिक बयान का हवाला देते हुए रिपोर्ट में कहा गया कि बेहिसाब आय व धन के समष्टिगत आकलन के संबंध में तीन अध्ययनों में पाया गया कि बेहिसाब आय व धन का विश्वसनीय आकलन करना काफी कठिन है.
रिपोर्ट के अनुसार, महत्वपूर्ण बात यह है कि देश से अवैध प्रवाह औसतन आकलित बेहिसाब आय का 10 फीसदी है.