मुंबई : निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक का 2021-22 की जून में समाप्त चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 14 प्रतिशत से बढ़कर ₹7,922 करोड़ हो गया है. हालांकि, महामारी की दूसरी लहर की वजह से बैंक की वृद्धि प्रभावित हुई है.
बीते वित्त वर्ष की चौथी मार्च तिमाही की तुलना में जून में समाप्त हुई तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ कम हो गया है. जनवरी-मार्च तिमाही में यह ₹8,434 करोड़ था.
जून में समाप्त हुई तिमाही में बैंक का एकल शुद्ध लाभ ₹7,730 करोड़ रहा. एक साल पहले इसी अवधि में यह ₹6,659 करोड़ था. जबकि मार्च, 2021 में समाप्त तिमाही में यह ₹8,187 करोड़ था. मार्च-जून 2021 तिमाही में अग्रिम में 14.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ बैंक की शुद्ध ब्याज आय 8.57 प्रतिशत बढ़कर ₹17,009 करोड़ रहा, जबकि शुद्ध मार्जिन 4.1 प्रतिशत रहा. इस दौरान बैंक की अन्य आय 54.3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ ₹4,075 करोड़ हो गया.
आपको बता दें कि एक साल पहले मार्च-जून तिमाही पर देशव्यापी लॉकडाउन का बुरा असर पड़ा था. जबकि इस साल इस तिमाही में स्थानीय स्तरों पर लगे लॉकडाउन का असर पड़ा है.
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एचडीएफसी बैंक ने एक बयान में कहा, इन अवरोधों से खुदरा ऋण, तीसरे पक्ष के उत्पादों की बिक्री, कार्ड के जरिए खर्च और संग्रह के प्रयास प्रभावित हुए, बैंक ने कहा कि कारोबार की मात्रा कम रहने की वजह से उसका राजस्व नीचे आया है. बैंक का ऋण पर नुकसान के लिए प्रावधान 54 प्रतिशत बढ़कर ₹4,219 करोड़ पर पहुंच गया. वहीं कुल प्रावधान ₹4,830.8 करोड़ रहा.
इस साल 30 जून, 2021 समाप्त हुई तिमाही में बैंक का सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) अनुपात बढ़कर 1.47 प्रतिशत हो गया. जो एक साल पहले इसी अवधि में 1.36 प्रतिशत और मार्च तिमाही में 1.32 प्रतिशत था.
(पीटीआई-भाषा)