नई दिल्ली: कोरोनावायरस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. इस बीच मूडीज इन्वेस्टर सर्विस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जी-20 देशों की अर्थव्यवस्था में 2020 की पहली छमाही में गिरावट देखी जा सकती है. कोरोनावायरस संक्रमण और इसे रोकने की कोशिशों के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है. इसके बाद मूडीज का यह अनुमान इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि जी-20 दुनिया की सबसे बड़ी विकसित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है, जिसमें भारत भी शामिल है. यही नहीं, दुनिया की दो-तिहाई से अधिक आबादी जी-20 अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में ही रहती है.
जी-20 के अन्य सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और यूरोपियन संघ हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी से बड़ा आर्थिक झटका लगा है, जिसमें मांग व आपूर्ति में व्यवधान के साथ ही वित्तीय बाजारों को हुआ नुकसान शामिल है.
मूडीज की रिपोर्ट में कहा गया है, वैश्विक अर्थव्यवस्था को 2020 की पहली छमाही में एक अभूतपूर्व झटका लगेगा.
मूडीज ने कहा कि लॉकडाउन और यातायात पर रोक के कारण उपभोक्ता मांग और उत्पादन में गिरावट होने से 2020 की दूसरी छमाही में भी कारोबारी गतिविधियों में भारी गिरावट आएगी.
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इसमें कहा गया है कि जर्मनी की अर्थव्यवस्था में नई-नई शुरू हुई तेजी भी गायब हो रही है और इसमें वापस गिरावट दर्ज की जा सकती है. दुनिया के अन्य हिस्सों में खराब हालत के कारण चीन की उपभोक्ता मांग में आ रही तेजी की रफ्तार धीमी हो सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और फ्रांस में बेरोजगारी बढ़ रही है, जबकि चीन में बेरोजगारी दर में अब स्थिरता आने लगी है. मूडीज फाइनेंशियल कंडीशन इंडिकेटर्स के मुताबिक, अमेरिका में वित्तीय स्थिति खराब बनी हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पूरे जी-20 क्षेत्र में व्यापार घट रहा है. व्यापार घटने और आपूर्ति श्रृंखला खराब होने से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर वायरस का दिख रहा नकारात्मक प्रभाव और बढ़ जाएगा.
(आईएएनएस)